लोकसभा चुनाव में इस बार दक्षिण भारत भी एक अहम योगदान देने वाला है। अगर बीजेपी को 400 प्लस का टारगेट अचीव करना है तो उसे भी दक्षिण में बड़े स्तर पर सेंधमारी करनी पड़ेगी। इसी कड़ी में कर्नाटक राज्य विपक्ष और भाजपा दोनों के लिए काफी अहम रहने वाला है।
अगर कर्नाटक चुनाव तारीखों की बात करें तो दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। दूसरे और तीसरे चरण में कर्नाटक के लिए मतदान होने जा रहा है, दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को है वहीं तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होगा। जानकारी के लिए बता दें कि दूसरे चरण में जब 26 अप्रैल को वोटिंग होगी तब कर्नाटक की 14 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इसी तरह 7 मई को जब तीसरे चरण में राज्य की सीटों पर वोटिंग होगी तब फिर 14 सीटों पर वोट पड़ेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि कर्नाटक से लोकसभा की 28 सीटें निकलती हैं, इस राज्य में कुल 5.20 करोड़ मतदाता हैं जिसमें पुरुषों की संख्या 2.62 करोड़ है।
दूसरे चरण में कर्नाटक की उडुपी चिकमंगलूर, हसन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुर, मंड्या, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु सेंट्रल, बेंगलुरु साउथ, चिकबल्लापुर,कोलार में वोटिंग होने जा रही है। इसी तरह तीसरे चरण में कर्नाटक की चिक्कोडी,बेलगाम, बागलकोट,बीजापुर,गुलबर्गा,रायचुर, बीदर,कोप्पल,बेल्लारी, हवेरी,धारवाड़, उत्तर कन्नड़, दावानगरी, शिमोगा सीटों पर वोटिंग होती दिखेगी।
अगर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो कर्नाटक में बीजेपी ने क्लीन स्वीप करते हुए 28 सीटों में से 25 पर जीत दर्ज की थी। एक तरफ बीजेपी ने अपने दम पर 25 सीटें जीती थी तो वही उसके सहयोगी ने एक सीट अपने नाम की थी। दूसरी तरफ कांग्रेस को सिर्फ एक ही सीट से संतोष करना पड़ गया था
कांग्रेस के लिए 2019 की कर्नाटक में मिली हर ज्यादा बड़ी इसलिए रही क्योंकि तब मल्लिकार्जुन खड़गे को भी अपनी सीट गंवानी पड़ गई थी। लेकिन अब जमीन पर समीकरण फिर बदल चुके हैं, पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड जनादेश हासिल किया है, ऐसे में उसके हौसले बुलंद है और बीजेपी सतर्क चल रही है।