Lok Sabha Election 2019 के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अपने बयानों के चलते सुर्खियों में हैं। चुनाव आयोग की तरफ से ‘अली और बजरंग बली’ वाले बयान को लेकर प्रतिबंध के बाद योगी ने ‘बाबर की औलाद’ वाला बयान दिया। इस पर जब उन्हें चुनाव आयोग ने नोटिस थमाया तो उन्होंने एक और बयान दे डाला। योगी ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में चुनाव आयोग को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘क्या हम मंच पर भजन गाने जाते हैं? हम मंच पर विपक्षी पार्टी को हराने के लिए जाते हैं और अपनी बात कहते हैं।’ योगी का यह बयान शुक्रवार (3 मई) को सामने आया।
क्या था बयानः योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के संभल में 19 अप्रैल को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘क्या आप देश की सत्ता आतंकवादियों को सौंप देंगे, जो खुद को बाबर की औलाद कहते हैं, उनको जो बजरंगबली का विरोध करते हैं।’ बता दें कि यह बयान योगी ने सपा उम्मीदवार शफीक उर रहमान बर्क के संदर्भ में कहा था। उन्होंने कहा, ‘स्पीकर ने उस दौरान इस टिप्पणी की निंदा की थी। दो लोगों के बीच हुई बातचीत पर कार्रवाई करना चुनाव आयोग के दायरे में नहीं आता है। अगर मैं अपनी चुनावी रैलियों में इस तरह की बात नहीं करता हूं तो इसके अलावा फिर मैं क्या करूं?’
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हमारा काम विपक्षी पार्टियों की कमियां बतानाः योगी ने कहा, ‘हमारा काम लोगों के सामने विपक्षी पार्टियों की कमियां उजागर करना है। अगर चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस और समाजवादी पार्टी हमारे लिए अभद्रता करते हैं तो हमें कोई आपत्ति नहीं होगी। फिर जब हम पलटकर जवाब देते हैं तो हमें गलत क्यों कहा जाता है? बता दें योगी द्वारा ‘बाबर की औलाद’ की यह टिप्पणी चुनाव आयोग के 72 घंटे के प्रतिबंध के बाद आई है।

