भारतीय जनता पार्टी में लंबे समय से हाशिए पर चल रहे दिग्गज नेता 91 वर्षीय लालकृष्ण आडवाणी और 84 वर्षीय मुरली मनोहर जोशी पर इस बार 75 प्लस वाले फॉर्मूले की गाज गिर सकती है। सूत्रों के हवाले से लिखी गई रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा ने इन नेताओं से कहा, ‘आप चुनाव लड़ना चाहते हैं या नहीं? फैसला आपको ही करना है।’ उल्लेखनीय है कि अपने जमाने में पार्टी के कर्ताधर्ता रहे ये नेता अरसे से सिर्फ मार्गदर्शक की ही भूमिका में हैं।
क्या है 75 प्लस का फॉर्मूलाः पार्टी नेता हालांकि ये कहते रहे हैं कि 75 से अधिक उम्र का फॉर्मूला सिर्फ मंत्रिमंडल के लिए है। चुनाव लड़ने के लिए नहीं है। उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव में भी वरिष्ठ नेतृत्व की उपेक्षा कई मौकों पर सामने आई थीं। इसे लेकर पार्टी में अंतर्द्वन्द्व की स्थिति भी बनी थी। लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी परंपरागत सीट गांधीनगर से चुनाव जीता था, जबकि मुरली मनोहर जोशी को नरेंद्र मोदी के लिए वाराणसी सीट छोड़नी पड़ी थी।
दोनों ने नहीं दिए मैदान छोड़ने के संकेतः आडवाणी को पहले लोकसभा स्पीकर और फिर राष्ट्रपति बनाए जाने की संभावना थी लेकिन ये पद भी उन्हें नहीं मिल सके। उन्होंने कानपुर से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। हालांकि दोनों ही नेताओं की तरफ से चुनाव नहीं लड़ने जैसे कोई संकेत नहीं मिले हैं।
आडवाणी-जोशी ही नहीं ये नाम भी फेहरिस्त मेंः स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उमा भारती पहले ही लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर चुकी हैं। वहीं इस फेहरिस्त में कलराज मिश्र का भी नाम जुड़ सकता है।
