Lok Sabha Election 2019: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से भारतीय सेना को ‘मोदी की सेना’ बताने वाली टिप्पणी पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। योगी के इस बयान पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नोटिस जारी कर सफाई मांगी थी। योगी को 5 अप्रैल तक इसका जवाब देना है।

आयोग की तरफ से नोटिस जारी करने पर केंद्रीय मंत्री ने एक और विवादित टिप्पणी की है। पूर्व सेना अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग तो 100 चीजों के लिए नोटिस देता रहता है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मुझको जो कहना है, मैं कह चुका हूं। मेरी बात को और तोड़ो-मरोड़ो मत, योगी जी ने जो कहां आप लोगों ने (मीडिया ने )उसको भी बहुत तोड़ा मरोड़ा है।’

मालूम हो कि यूपी के सीएम ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 1 अप्रैल को एक चुनावी भाषण के दौरान भारतीय सेना को ‘मोदी की सेना’ कहा था। योगी ने कहा था कि कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते हैं जबकि मोदी जी की सेना आतंकवादियों को गोली और गोला खिलाती है। सीएम योगी के इस बयान पर विपक्ष के साथ ही सेना के पूर्व अधिकारियों ने भी आपत्ति जताई थी।

वहीं, जब केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह से इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर कोई कहता है कि भारत की सेना मोदी जी की सेना है तो वह गलत ही नहीं , वो देशद्रोही भी है। भारत की सेनाएं भारत की हैं, ये किसी राजनीतिक दल की नहीं हैं।

बीबीसी की खबर के अनुसार पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल रामदास और नॉर्दन कमांड के हेड जनरल हुडा सेना का प्रयोग राजनीतिक हित साधने के लिए किया जा रहा है। इससे पहले कुछ सैन्य अधिकारीमालूम हो कि चुनाव आयोग की तरफ से पहले ही राजनीतिक प्रचार से सशस्त्र बलों को दूर रहने का परामर्श जारी किया है।

Read here the latest Lok Sabha Election 2019 News, Live coverage and full election schedule for India General Election 2019