केंद्रीय मंत्री और पंजाब के बठिंडा से अकाली दल कैंडिडेट हरसिमरत बादल को चुनाव प्रचार के दौरान एक अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। सुबह टहलने निकले लोगों से बात कर रहीं हरसिमरत को 60 वर्षीय स्थानीय निवासी बलदेव सिंह रोककर सवाल पूछने लगे। हालांकि, मंत्री ने उनके सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया। मामला शहर के रोड गार्डन का है। बलदेव सिंह ने कहा, ‘मैं बीबाजी (हरसिमरत) से दो सवाल पूछना चाहता हूं और उन्हें यहां से जाने से पहले इसका जवाब देना होगा। मुझे पता है कि सवाल पूछने नहीं दिए जाएंगे, पर बीबाजी मेरे दो सवालों का जवाब जरूर देकर जाइए।’ इस पर हरसिमरत ने कहा, ‘मेरे पास सवालों का टाइम नहीं है। यह वोट का समय है।’ यह सुनकर बलदेव ने कहा, ‘चलिए फिर, हमारा भुल्लर समुदाय आपको वोट नहीं देगा, हम पूरे पंजाब में विरोध करेंगे।’
बाद में अकाली कार्यकर्ताओं ने हरसिमरत के कार्यक्रम में बाधा डालने के लिए बलदेव का विरोध किया। हालांकि, कार्यकर्ताओं को पूर्व अकाली विधायक सरुप चांद सिंगला के बेटे राकेश कुमार सिंगला ने रोक लिया। इसके बाद, भीड़ वहां से निकल गई। बाद में बलदेव ने मीडियावालों से कहा, ‘मैं पूछना चाहता था कि शिरोमणि और बीजेपी ने यह क्यों कहा कि 2015 में बहबल कलां में हुई फायरिंग की घटना में अज्ञात पुलिसवालों का हाथ था।
यही वो सवाल था, जो मैं पूछना चाहता था, लेकिन मुझे इजाजत नहीं दी गई। बहबल कलां वारदात के वक्त सुखबीर बादल डिप्टी सीएम थे और वही पंजाब के गृह मंत्री भी थे। उन्होंने कभी नहीं बताया कि फायरिंग का आदेश किसने दिया?’ बता दें कि यहां से कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर राजा को भी लोगों के सवालों का सामना करना पड़ रहा है। कई गांवों में वोटर उनसे सीएम की ओर से किए गए ‘घर-घर नौकरी’ के वादे के बारे में पूछ रहे हैं।