Lok Sabha Election 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में या कांग्रेस से जुड़े सवाल के जवाब में राहुल गांधी का सीधे तौर पर नाम नहीं लेते हैं। एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने इस सवाल का का अपने तरीके से जवाब दिया।
पीएम ने कहा, ‘मैं समझता नहीं हूं कि आपको पीड़ा क्यों हो रही है। मैं किसी का नाम दूं या नहीं दूं इसमें आपको पीड़ा क्यों हो रही है।’ इसके बाद पीएम ने कहा मैं तो एक सामान्य चाय वाला था, मुझे देश की जनता ने प्रधानमंत्री बना दिया।
लेकिन वे सभी बड़े लोग हैं। नामदार लोग हैं। मैं कैसे किसी का नाम ले सकता हूं। मालूम हो कि पीएम राहुल गांधी को कभी शहजादा, कभी राजा साहब, कभी महाराजा, नामदार के नाम से बुलाते हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी की तरफ से उन पर आरोप लगाए जाने पर कहा था कि कांग्रेस के युवा नेता अभी बोलना सीख रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि युवा नेता को बोलता देखना अच्छा लगता है। इससे पहले पीएम मोदी ने सहारनपुर की रैली में कांग्रेस के घोषणापत्र को ढकोसला पत्र बनाते हुए उस पर निशाना साधा था। पीएम ने कहा था कि कांग्रेस सैन्य बलों के सुरक्षा कवच वाले कानून की समीक्षा करना चाहती है।
क्या आपको जवानों का मनोबल कम करने वाली सरकार चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देशद्रोह कानून को खत्म करने की बात कह रही है। क्या ऐसी नीति मंजूर है जिसमें पत्थरबाजों और आतंकियों को खुली छूट दे दी जाए? क्या देशद्रोहियों को खुली छूट मिलनी चाहिए?
पीएम ने अपने भाषण में मुजफ्फरनगर दंगे का जिक्र भी किया। पीएम ने कहा कि देश में कही भी बम धमाका हो वह किसी की जाति देखकर जान नहीं लेता। उन्होंने कहा कि आप लोगों को पता है कि यहां देश को बांटने वाला खेल खेला जा रहा है।
पीएम ने अपने भाषण में कैराना में कथित पलायन की घटना पर भी जवाब साधा। इससे पहले चुनाव आयोग ने पीएम मोदी के वर्धा में हिंदू आतंकवाद को लिए गए भाषण के संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग से रिपोर्ट मांगी है।
पीएम के भाषण के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इस संबंध में शिकायत की थी। पीएम ने यहा राहुल गांधी के केरल में वायनाड सीट से चुनाव लड़ने पर भी टिप्पणी की थी।