बिहार में एनडीए गठबंधन में कई सीटों पर भितरघात की आशंका मंडरा रही है। इसे देखते हुए एनडीए के नेता पार्टी के कैडर वोटर्स से गठबंधन को जिताने की अपील कर रहे हैं। उन सीटों पर सबसे ज्यादा संकट है, जो पारंपरिक तौर पर भाजपा की सीट रही हैं लेकिन इस बार उसे जदयू को दे दिया गया है। भागलपुर संसदीय सीट इसी तरह का एक अहम सीट है, जहां से भाजपा के उम्मीदवार जीतते रहे हैं लेकिन इस बार ये सीट जदयू खाते में चली गई है। वहां भितरघात और कैडर वोट के बिखराव की आशंका के मद्देनजर बुधवार को भाजपा के दिग्गज नेताओं ने परंपरागत भाजपाई मतदाताओं खासकर व्यापारी वर्ग के साथ अहम बैठक की।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और बिहार सरकार के मंत्री रामनारायण मंडल ने बुधवार की रात व्यापारियों के साथ भागलपुर में काफी मशक्कत की। व्यापारियों की इस बैठक में ईस्टर्न बिहार चैम्बर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष अशोक भिवानीवाला ने साफ तौर पर कहा कि भागलपुर के व्यापारी ईवीएम पर कमल का निशान ढूंढेंगे, मगर वो मिलेगा नहीं। ऐसी हालत में व्यापारियों के सामने दुविधा की स्थिति होगी।
इस पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है। इसलिए एनडीए के घटक दल जदयू के उम्मीदवार को तीर छाप पर वोट देना है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने भी ऐसा ही कुछ समझाया। मगर वहां मौजूद कई व्यापारियों के चेहरे के हाव-भाव से लगा कमल के अलावा उन्हें दूसरा निशान पसंद नहीं है।
हालांकि, दो दिन पहले ही राजद व्यापारिक मंच की ओर से भी इसी होटल में वर्तमान सांसद और महागठबंधन के राजद उम्मीदवार शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल के साथ व्यापारियों की बैठक हुई थी। बैठक में उन्हें पूरा भरोसा दिलाया गया था कि व्यापारी वर्ग लालटेन को ही वोट करेगा। राजद सांसद के साथ जो व्यापारी बैठक में मौजूद थे, उनमें से अधिकांश बुधवार की भाजपा की बैठक से नदारत थे। गुरुवार की रैली में भी पीएम ने भी इस उहापोह को दूर करते हुए मंच से कहा कि राजग के तीर पर आपका हरेक कीमती वोट आपके चौकीदार को मजबूत करेगा।
पार्टी भले ही हाथ-पैर मार रही हो लेकिन भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता इस बार सुस्त नजर आ रहे हैं। वे लोग चुनाव के बजाए रामनवमी पर चल रहे भजन और प्रवचन के आयोजनों में मशगूल हैं। भागलपुर, बांकी और मुंगेर सीटों पर भितरघात का भी भय सता रहा है। पीएम मोदी की रैली में बांका से आए युवकों की टोली सड़क पर नारा लगा रही थी पुतुल सिंह जिंदाबाद। उनके गले में भाजपा के कमल निशान वाला दुपट्टा था लेकिन जुबां पर बागी पुतुल सिंह का नाम था।