Lok Sabha Election 2019: गोमांस रखने के शक पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मौत के घाट उतारे गए मोहम्मद अखलाक के परिजन के नाम गौतमबुद्ध नगर की वोटर लिस्ट में नहीं हैं। ब्लॉक स्तर के अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट्स में बताया गया कि पूरा परिवार कई महीनों से बिसहाड़ा गांव में नहीं रह रहा है। बता दें कि गुरुवार (11 अप्रैल, 2019) को आम चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान हो रहा है, जिसमें गौतमबुद्ध नगर भी शामिल है।

क्या है पूरा मामला?: 28 सितंबर 2015 को दादरी के रहने वाले अखलाक (51) की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। लगभग 200 हमलावर उस दौरान उनके घर में घुस गए थे। गोमांस रखने और उसके सेवन के शक पर उन्होंने न सिर्फ अखलाक की पीट-पीटकर हत्या कर डाली थी, बल्कि उनके बेटे को भी बुरी तरह मार-मारकर अधमरा कर दिया था। घटना के बाद पूरे इलाके में सांप्रदायिक तनाव का माहौल पनप गया था।

योगी की सभा में दिखा था अखलाक हत्याकांड का आरोपीः हाल ही में अखलाक हत्याकांड के कुछ आरोपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में सबसे आगे की कतार में बैठे नजर आए थे। वे जोर-जोर से नारेबाजी कर रहे थे। सीएम ने उनकी मौजूदगी में लोगों से बिसहाड़ा कांड को ध्यान में रखकर वोट डालने की अपील की थी। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से उस पर कोई आपत्ति नहीं जताई गई थी। उल्टा यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि जो उन्हें जिताएगा, वह उसका स्वागत करेंगे।

‘मोदी समर्थक ही करते हैं लिंचिंग’, बोले ओवैसीः ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमउख ने एक अंग्रेजी वेबसाइट से कहा, “मॉब लिंचिंग की घटनाओं को पीएम नरेंद्र मोदी के समर्थक ही अंजाम देते हैं। पीएम से ही इन लोगों को बढ़ावा मिलता है, क्योंकि वे सत्ता में और लोगों के बीच डर पैदा करते हैं।”

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