Lok Sabha Election 2019: कानपुर पहुंचे उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के सामने ही कार्यकर्ता पुलिसकर्मियों से भिड़ गये। मामला बढ़ता देख उप मुख्यमंत्री ने खुद माइक संभाल कर कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत दी।
इसके बाद किसी तरह से अफरा-तफरा का माहौल शांत हो सका। लोकसभा चुनाव में उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा रविवार को अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति मोर्चा के सम्मेलन को संबोधित करने कानपुर के रायपुरवा पहुंचे थे।
यहां पर जब मंच पर उप मुख्यमंत्री पहुंचे तो कार्यकर्ता फोटो खिचाने के लिए मंच की ओर बढ़ने लगे। इस पर भाजपा के बड़े पदाधिकारियों ने ऐसा न करने का कार्यकर्ताओं से आग्रह किया। इसके बावजूद कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं हुए।
इसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और वे कार्यकर्ताओं को मंच से नीचे उतारने लगे। पुलिसकर्मियों के हस्तक्षेप को देखते हुए कार्यकर्ताओं का पारा हाई हो गया। वे लोग पुलिसकर्मियों से ही भिड़ गये। इससे सम्मेलन में अफरा-तफरी का माहौल बनने लगा।
माहौल गड़बड़ देख उप मुख्यमंत्री ने खुद माइक संभाला और कहा कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है। ऐसे में आपको यह शोभा नहीं देता और सभी कार्यकर्ता अनुशासन का पालन करें। इसके साथ ही कोई भी कार्यकर्ता पुलिसकर्मियों से गलत व्यवहार नहीं करेगा। जिसके बाद कार्यकर्ता शांत हुए और सम्मेलन की शुरुआत हो सकी।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में लोकसभा प्रत्याशी सत्यदेव पचौरी के समर्थन में आज उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति मोर्चा के सम्मेलन में शामिल होने के लिए कानपुर के रायपुरवा में रामलीला मैदान आए थे।
सम्मेलन को उपमुख्यमंत्री संबोधित कर ही रहे थे कि मंच के ठीक नीचे भारतीय जनता पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता पुलिस वालों से लड़ते झगड़ते रहे। उपमुख्यमंत्री के मना करने के बाद भी ना माने तो उन्हें मजबूरी में अपने संबोधन को जारी रखना पड़ा।
मंच पर मौजूद मेयर प्रमिला पांडे ने कार्यकर्ताओं को मंच से ही कुछ कहा और दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री व कानपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी सत्यदेव पचौरी के बेटे अनूप पचौरी बीच में आकर बीच-बचाव करने लगे लेकिन उन्होंने भी कार्यकर्ताओं को ना कुछ कहते हुए पुलिस वालों पर ही गुस्सा उतार दिया। उसके बाद कार्यकर्ताओं को बाहर ले गए.तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ।