Lok Sabha Election 2019 के बीच नेताओं की बयानबाजी को लेकर चुनाव आयोग का रुख बेहद सख्त है। कई नेताओं पर विवादित बयानबाजी के चलते कुछ समय के लिए प्रचार पर प्रतिबंध के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी नोटिस मिला है। बुधवार (01 मई) को आयोग ने राहुल को नोटिस जारी करते हुए उन्हें जवाब देने के लिए 48 घंटे का समय दिया है। दरअसल राहुल गांधी पर असत्यापित तथ्यों के साथ बयान देने का आरोप लगा है।

क्या है पूरा मामलाः चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनकी उस कथित टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया जिसमें उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार ने एक नया कानून बनाया है जिसके तहत आदिवासियों को गोली मारी जा सकती है।’ राहुल का यह बयान मध्य प्रदेश की शहडोल लोकसभा सीट पर प्रचार के दौरान 23 अप्रैल को सामने आया था।

जवाब नहीं दिया तो होगी कार्रवाईः चुनाव आयोग ने कहा, ‘आयोग ने 23 अप्रैल को मध्य प्रदेश के शहडोल में दिए गए गांधी के भाषण का हवाला देते हुए कहा कि आदर्श आचार संहिता के प्रावधान राजनीतिक विरोधियों पर असत्यापित आरोप लगाने पर रोक लगाते हैं। आयोग ने गांधी को नोटिस का जवाब देने के लिए 48 घंटे का वक्त दिया है। इस अवधि में जवाब नहीं देने की सूरत में आयोग अपनी तरफ से कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगा।’

 

बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं ने आयोग से शिकायत की थी जिसके बाद मध्य प्रदेश के चुनाव अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बयानों को लेकर पूर्व यूपी सीएम मायावती, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और आजम खान समेत कई नेताओं पर आयोग सख्त कार्रवाई कर चुका है।

(एजेंसी इनपुट के साथ)