Lok Sabha Election 2019: रोजगार के नए अवसर, नोटबंदी, जीएसटी आदि मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार भले ही विपक्ष के निशाने पर रही हो, लेकिन एक सर्वे की मानें तो केंद्र के कामकाज से संतुष्ट लोगों की तादाद में इजाफा हुआ है। सीएसडीएस-लोकनीति-द हिंदू-तिरंगा टीवी-दैनिक भास्कर प्री पोल सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे में शामिल 59 प्रतिशत लोगों ने खुद को केंद्र सरकार की परफॉर्मेंस से संतुष्ट बताया। वहीं, 35 प्रतिशत ने असंतुष्टि जाहिर की। 6 प्रतिशत लोगों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
सर्वे के मुताबिक, केंद्र सरकार के कामकाज के प्रति लोगों की संतुष्टि में काफी इजाफा हुआ है। इसे इन आंकड़ों से समझा जा सकता है। मसलन- मई 2017 में एनडीए सरकार से संतुष्टों की तादाद 64 पर्सेंट थी। जनवरी 2018 में यह आंकड़ा घटकर 51 पर्सेंट हो गया। चार महीने बाद संतुष्टों की प्रतिशतता और घटकर 47 पर्सेंट रह गई।
हालांकि, अब कराए गए प्री पोल सर्वे 2019 में यह प्रतिशतता वापस बढ़कर 59 प्रतिशत हो गई। अब बात करते हैं एनडीए सरकार से असंतुष्टि के आंकड़े की। मई 2017 में इसकी प्रतिशतता 27 पर्सेंट थी। जनवरी 2018 में यह बढ़कर 40 फीसदी हो गई। मई में यह और बढ़कर 47 फीसदी हो गई। हालांकि, अब हुए प्री पोल सर्वे 2019 में असंतुष्टि का यह आंकड़ा घटकर 35 फीसदी ही रह गया। मई 2017 और जनवरी 2018 में 9-9 पर्सेंट जबकि मई 2018 और अब हुए सर्वे में 6-6 प्रतिशत लोगों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
सर्वे में जनता से पूछा गया था कि केंद्र की बीजेपी की अगुआई वाली एनडीए सरकार के बीते 5 साल के परफॉर्मेंस से वे संतुष्ट हैं या असंतुष्ट? यह भी जानने की कोशिश की गई कि वे पूरी तरह संतुष्ट हैं, थोड़े बहुत संतुष्ट या असंतुष्ट? हालांकि, जब सरकार को दूसरा मौका देने से जुड़ा सवाल पूछा गया तो 46 प्रतिशत इससे सहमत थे, जबकि 36 प्रतिशत इसके खिलाफ थे।
बता दें कि यह सर्वे 24 से 31 मार्च के बीच देश के 19 राज्यों के 10,010 लोगों पर किया गया। इन राज्यों में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजसथान, तमिलनाडु, तेलंगाना, यूपी और पश्चिम बंगाल शामिल थे।