लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी अपनी परंपरागत सीट रायबरेली से चुनाव लड़ रही हैं। लेकिन, इस बार उनकी सक्रियता नाम मात्र भी दिखाई नहीं दे रही। सोनिया जहां पहले देश के हर हिस्से में बतौर स्टार प्रचारक पार्टी के कार्यर्ताओं में जान फूंकती थीं, वह इस बार कहीं भी दौरा नहीं कर रही हैं। चुनावी मंचों की एक-दो घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो सोनिया गांधी मुश्किल से किसी गतिविधि में शामिल दिखाई दी हैं।

चार चरणों के मतदान हो चुके हैं। पांचवे को लेकर देश भर में गहमा-गहमी जारी है। लेकिन, प्रचार में सोनिया गांधी का अभी तक सक्रिय रूप सामने नहीं आया है। यहां तक की रायबरेली में 6 मई को मतदान होने हैं और कांग्रेस कार्यकर्ता हैरान हैं कि वह अपने लोकसभा क्षेत्र में भी प्रचार करेंगी या नहीं। हालांकि, प्रियंका और राहुल गांधी लगातार रायबरेली में अपनी मां के लिए वोट मांगते नज़र आते हैं। इस चुनाव में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष दो ही मौकों पर बाहर निकली हैं। एक राहुल गांधी के अमेठी से नामांकन के वक्त और दूसरा खुद जब रायबरेली से अपना पर्चा दाखिल किया था।

इससे पहले दो साल पहले सोनिया गांधी ने कर्नाटक में एक विशाल रैली को संबोधित किया था। उसके बाद से किसी बड़े चुनावी जनसभा में उनका भागीदारी नहीं रही है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि यह स्थिति सिर्फ सोनिया गांधी के संदर्भ में है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के अलावा समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव भी पहले की तरह चुनावी गतिविधियों में शामिल नहीं दिखाई पड़ते। मुलायम सिंह यादव अपने क्षेत्र मैनपुरी में ही केंद्रित हैं। वहीं, इस लोकसभा चुनाव में लोगों को लालू प्रसाद यादव की वाणी भी सुनने को नहीं मिल रही है।