Lok Sabha Election 2019: कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को बिहार के कटिहार में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘अगर मुस्लिमों ने एकजुट होकर वोट किया तो ‘मोदी’ सुलट जाएगा।’’ सिद्धू ने आरोप लगाया कि बीजेपी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को खड़ा करके मुस्लिमों के वोट बांटना चाहती है। बता दें कि हाल ही में बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी ऐसा ही बयान देने का आरोप लगा था। इसके बाद आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए चुनाव आयोग ने 48 घंटे के लिए मायावती के चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी थी।
क्या बोले सिद्धू: कटिहार में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, “मैं आपको चेतावनी देना आया हूं मुस्लिम भाइयों। ये बात ध्यान रहे आपको, ओवैसी जैसे लोगों को लाकर एक नई पार्टी साथ में खड़ी करके आप लोगों के वोट बांटकर जीतना चाहते हैं। अगर तुम लोग इकट्ठे हुए और एकजुट होकर वोट डाला तो मोदी सुलट जाएगा।” इस दौरान सिद्धू ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए उनकी तुलना फेंकू से कर दी। गौरतलब है कि आचार संहिता के नियमों के तहत कोई भी नेता, प्रत्याशी या राजनीतिक दल जाति या धर्म के आधार पर वोट नहीं मांग सकता।
चुनाव आयोग ने मांगी बयान की सीडी: कटिहार में कांग्रेस उम्मीदवार के लिए पीएम मोदी के विरोध भाषण देने का मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है। चुनाव आयोग ने इस मामले में जिला प्रशासन से सिद्धू के बयान की सीडी मांगी है। इसके साथ ही भाषण पर रिपोर्ट देने की भी बात कही है।
मायावती और योगी समेत इन पर भी हो चुकी है कार्रवाई: बता दें कि मायावती ने उत्तर प्रदेश के देवबंद में एक समुदाय से एकजुट होकर वोट करने की अपील की थी। चुनाव आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना और उनके प्रचार-प्रसार पर 48 घंटे के लिए रोक लगा दी। इसके अलावा अली-बजरंगबली वाले बयान के चलते यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे तक चुनाव प्रचार नहीं करने पर रोक लगी है। वहीं, आजम खां और मेनका गांधी पर भी पाबंदी लगाई गई है।
