Lok Sabha Election 2019: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में शनिवार को एक रैली को संबोधित किया। मालदा में आयोजित यह रैली दो बातों के लिए विशेष तौर पर अहम रही। पहली यह कि रैली में समर्थकों ने जमकर कुर्सियां फेंकी और वीआीपी के लिए लगी बैरिकेडिंग तोड़ डाली। दूसरी यह कि काग्रेस अध्यक्ष ने ममता बनर्जी को निशाने पर लिया और कहा कि वह भाषण देने के अलावा कुछ नहीं करतीं। जो अत्याचार सीपीएम के शासनकाल में था वहीं ममता राज में भी कायम है। गौरतलब है कि जनवरी महीने में ही ममता बनर्जी ने कोलकाता में विपक्षी दलों की एक रैली आयोजित की थी। इसमें, कांग्रेस के प्रतनिधि ने भी हिस्सा लिया था और ममता बनर्जी का समर्थन किया था।
पहले घटनाक्रम में जब राहुल गांधी रैली स्थल पर मौजूद नहीं थे, तब कार्यकर्ताओं ने बवाल मचा दिया। बवाल के दौरान रैली स्थल पर कुर्सियां फेंकी गईं और नेताओं के लिए लगी वीआईपी बैरिकेडिंग तोड़ दी गई। मालदा की रैली में जब यह बवाल चल रहा था, तब राहुल बिहार के पूर्णिया में दूसरी रैली को संबोधित कर रहे थे। दरअसल, पड़ोसी जिलों से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का एक हुजूम रैली स्थल पर पहुंचा और ग्राउंड के भीतर प्रवेश करने की कोशिश की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए कांग्रेस की राज्य इकाई के नेतृत्व के खिलाफ नारेबाजी भी की।
मालदा पहुंचने के बाद रैली स्थल पर राहुल गांधी ने सीधे-सीधे प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने पिछले कई सालों में सिर्फ लंबे-लंबे भाषण दिए हैं। उन्होंने प्रदेश के लिए कुछ नहीं किया है। राहुल गांधी ने कहा, “यहां (पश्चिम बंगाल) कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मारा-पीटा गया। वे (कार्यकर्ता) पार्टी के लिए दिन रात संघर्ष कर रहे हैं। हमारी सरकार को दिल्ली में आने दो, तब आप देखेंगे कि आगे क्या होगा। ममता बनर्जी ने राज्य के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने सिर्फ लंबे भाषण दिए हैं।” राहुल गांधी ने इस दौरान नरेंद्र मोदी सरकार पर भी हमले बोले और कहा कि उन्होंने बीते पांच सालों में देश के सिर्फ 15 पूंजीपतियों की मदद की है।
