Lok Sabha Election 2019: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आम चुनाव से ऐन पहले अपने चोर बिजनेसमैन वाले बयान को लेकर व्यापारी समाज के निशाने पर आ गए। मंगलवार (नौ अप्रैल, 2019) को व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आलोचना करते हुए कैट ने खुली चेतावनी दी कि कांग्रेस को इस चुनाव में इसकी (बयान की) भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “व्यापारियों को चोर कहकर राहुल ने देश के पूरे व्यापारी वर्ग का अपमान किया है। देश के व्यापारियों में इससे बड़ा असंतोष और नाराजगी है। देश में कभी किसी नेता ने व्यापारी समुदाय के लिए ऐसी भद्दी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। राहुल ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वे बड़े शर्मनाक हैं और उनकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए। कांग्रेस को चुनाव में इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।”
दरअसल, कांग्रेस चीफ ने बीते हफ्ते असम के बोकाखाट में आयोजित रैली में कहा था, “मिनिमम इनकम गारंटी स्कीम (न्याय) के लिए पैसा अनिल अंबानी जैसे चोर की जेब से आएगा, जिन्हें चौकीदार नरेंद्र मोदी ने पिछले चार सालों के दौरान पैसा दिया…। हम गरीबों खासकर महिलाओं के खाते में पैसे जमा करेंगे। भले ही उनकी जाति, वर्ग या धर्म कुछ भी हो।”
बता दें कि कैट वर्तमान समय में लगभग सात करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है। संगठन की ओर से कहा गया कि वह विभिन्न दलों के घोषणापत्रों का परीक्षण करने के बाद एक हफ्ते में व्यापारियों के लिए रुख स्पष्ट करेगा कि उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में किसे वोट देना है।
चौकीदार न सिर्फ चोर है, बल्कि कायर भी- राहुलः राहुल ने मंगलवार को कहा कि ‘चौकीदार’ न केवल ‘‘चोर’’ है, बल्कि ‘‘कायर’’ भी है क्योंकि वह विपक्षी दल के प्रमुख के साथ सीधी चर्चा से बचते हैं। कांग्रेस चीफ आगे बोले- पीएम मोदी और उनकी योजनाओं से बीते पांच सालों में सिर्फ अनिल अंबानी, मेहुल चौकसी और नीरव मोदी जैसे धनी कारोबारी ही ‘‘लाभान्वित’’ हुए। (भाषा इनपुट्स के साथ)