Lok Sabha Election 2019: भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने रविवार को इस बात से इनकार किया कि उन्होंने किसी भी शहीद खिलाफ अपमान करने वाला कोई बयान दिया है। चुनाव आयोग को भेजे गए कारण बताओ नोटिस के जवाब में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा ‘मैंने किसी भी शहीद के खिलाफ कोई अपमानजनक बयान नहीं दिया है। मैंने तत्कालीन कांग्रेस सरकार के आदेश के बाद खुद पर हुई यातना का जिक्र कर रही थी।’ वहीं पार्टी ने साध्वी से कहा है कि वे भड़काऊ बातें न करें।
उन्होंने कहा, ‘मेरे साथ जो हुआ उसे जनता के सामने रखना उनका अधिकार है।’ साध्वी ने यह भी आरोप लगाया कि उनके बयान को मीडिया की तरफ से नकारात्मक संदर्भ में पेश किया गया है। अपने जवाब में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने कोई भी ऐसा बयान नहीं दिया जिससे चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ हो। उन्होंने कहा, ‘लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मैं पहले ही अपना बयान वापिस ले चुकी हूं।’
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 19 अप्रैल को कहा,’ मैंने हेमंत करकरे से कहा कि यदि मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है तो मुझे जाने दो। उसने कहा कि वह कुछ भी कर के सबूत लाएगा लेकिन मुझे नहीं छोड़ेगा। मैंने उससे कहा, तेरा सर्वनाश हो जाएगा। इसके ठीक सवा महीने बाद आतंकवादियों ने उसे मार दिया और सूतक पूरा हो गया। ‘
साध्वी के इस विवादित बयान की चौतरफा आलोचना होने के बाद शुक्रवार को साध्वी ने अपना बयान वापिस ले लिया था। साध्वी का कहना था कि मेरे बयान से देश के दुश्मनों को फायदा पहुंच रहा है इसलिए मैं अपना बयान वापिस ले रही हूं। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के 23 अप्रैल को भोपाल से नामांकन दाखिल करने की संभावना है।
भोपाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 12 मई को मतदान होना है। मतों की गिनती 23 मई को होगी। इससे पहले साध्वी के पक्ष में आरएसएस भी खुलकर आ गया था। आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा था कि साध्वी आतंकी नहीं है बल्कि वो देशभक्त है। जो लोग साध्वी को टिकट दिए जाने के खिलाफ हैं वो आतंकियों और देशद्रोहियों के साथ खड़े हैं।
