लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भीम आर्मी तेजी से सक्रिय है। स्मृति ईरानी के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने की बात करने के बाद अब भीम आर्मी ने नई रणनीति बनाई है। खबर है कि भीम आर्मी स्मृति ईरानी के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी। इसके पीछे की वजह यह है कि अगर स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ेगी तो भीम आर्मी उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी। भीम आर्मी के एक नेता का कहना है कि अमेठी में राहुल गांधी खुद में एक मजबूत उम्मीदवार हैं और अमेठी से अगर ईरानी चुनाव लड़ती है तो विजेता राहुल गांधी ही होंगे।
इस शर्त पर ईरानी के खिलाफ उम्मीदवार- भीम आर्मी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक ईरानी के खिलाफ उम्मीदवार तब ही उतारा जाएगा जब ईरानी अमेठी छोड़कर कहीं और से चुनाव लड़ने उतरेंगी।वहीं, भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने पहले ही साफ किया है कि वह नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।आजाद का कहना है कि उनका लक्ष्य बीजेपी को हराना है इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया है।इतना ही नहीं भीम आर्मी का यह भी फैसला है कि वह सपा-बसपा के खिलाफ भी अपने उम्मीदवार उतारेगी। जहां भी सपा-बसपा का उम्मीदवार कमजोर नजर आएगा वहां से भीम आर्मी अपना उम्मीदवार उतारेगी। अगर कहीं इस गठबंधन का उम्मीदवार कमजोर पड़ता नजर आया तो भीम आर्मी अपना समर्थन उस उम्मीदवार को देगी जो बीजेपी के नुमाइंदे को हरा रही होगी।
शुक्रवार को जंतर मंतर पर आयोजित रैली के दौरान चंद्रशेखर आजाद ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा और पीएम के खिला वाराणसी से चुनाव लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दलित विरोधी है। इस दौरान उन्होंने लोगों से बीजेपी से सत्ता छीनने की अपील की। उन्होंने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी को हराने बनारस जा रहा हूं मुझे आप लोगों की मदद की जरूरत है। नरेंद्र मोदी को पता चलना चाहिए की लोकतंत्र में जनता ही सबकुछ है।