Lok Sabha Election 2019: भारतीय जनता पार्टी ने आम चुनाव 2019 के लिए गुरुवार को अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट का ऐलान कर दिया। इस लिस्ट में सबसे चौंकाने वाली घोषणा रही गांधीनगर सीट से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का मैदान में उतरना। इस सीट पर बीजेपी के वेटरन लीडर लालकृष्ण आडवाणी कई बार चुनाव जीत चुके हैं। विपक्ष इस मामले को लेकर बीजेपी पर हमलावर है और आरोप लगा रहा है कि मोदी और उनकी पार्टी ने बुजुर्ग आडवाणी का अपमान किया है।
बीजेपी की लिस्ट में कुल 184 प्रत्याशियों के नाम हैं। पार्टी की ओर से स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया। सीटों की घोषणा से एक बार फिर यह बात कायम हुई कि बीजेपी पर अमित शाह और नरेंद्र मोदी का दबदबा बरकरार है। वहीं, आडवाणी का टिकट कटना बहुत सारे राजनीतिक जानकारों को हैरान भी कर रहा है। दरअसल, आडवाणी को इस पार्टी की नींव रखने वाले नेताओं में शुमार किया जाता है। वह 6 बार गांधीनगर से सांसद चुने जा चुके हैं। पहली बार वह 1991 में जीते थे। 1996 में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया। फिर 1998 से आडवाणी ही इस सीट पर लगातार जीत रहे हैं। आडवाणी को गांधीनगर से न उतारने के फैसले के साथ ही मुरली मनोहर जोशी और पार्टी के कुछ अन्य बुजुर्ग नेताओं के चुनावी मैदान में उतरने को लेकर शंकाएं प्रबल हो गई हैं।
आडवाणी फिलहाल 91 साल के हैं। हालांकि, उनका स्वास्थ्य बिलकुल ठीक है। एक अंग्रेजी अखबार का सूत्रों के हवाले से दावा है कि आडवाणी दोबारा चुनाव लड़ने के लिए तैयार थे। उधर, राजनीतिक जानकार मानते हैं कि शाह को गांधीनगर सीट से उतारा जाना एक तरह से भविष्य का संकेत देता है। कुछ एक्सपर्ट तो अब 54 वर्षीय शाह को 68 साल के मोदी के उत्तराधिकारी के तौर पर देख रहे हैं। बीजेपी के कई नेताओं का अंदाजा है कि अगर मोदी दोबारा सत्ता में आते हैं तो शाह को काफी ताकतवर मंत्रालय मिल सकता है। द टेलिग्राफ अखबार से बीजेपी के एक नेता ने कहा, ‘वह गृह मंत्री बन सकते हैं।’ बता दें कि इस वक्त राजनाथ सिंह गृह मंत्री हैं और आधिकारिक तौर पर सरकार में नंबर 2 की हैसियत रखते हैं।