Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव से पहले ABP न्यूज़- C वोटर के सर्वे में भाजपा को उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों के साथ ही झारखंड में नुकसान देखने को मिल रहा है। इन तीन राज्यों की कुल 142 सीटों में भाजपा को 50 सीटों का नुकसान हो सकता है।

इस तरह पार्टी इन राज्यों की लगभग एक तिहाई सीट गंवा रही है। इसे देखते हुए यह साफ लग रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह का फार्मूला इन तीनों राज्यों में फेल हो रहा है। इस जोड़ी ने इस बार मिशन 300 प्लस का लक्ष्य रखा है। एनडीए को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लग रहा है। यहां एनडीए को कुल 80 सीटों में महज 32 सीटें मिल का अनुमान व्यक्त किया गया है।

इस तरह एनडीए को 2014 के 73 सीटों के मुकाबले 41 सीटों का नुकसान हो सकता  है। वहीं राज्य में महागठबंधन को 44 सीटें मिल रही हैं। इस तरह सपा-बपसा गठबंधन को बड़ा फायदा होता दिखाई दे रहा है। वहीं यूपीए को यूपी में महज 4 सीटें मिल सकती हैं।

वोट प्रतिशत के हिसाब से आंकड़ा बेहद रोचक दिखाई दे रहा है। सर्वे के अनुसार यूपी में महागठबंधन और भाजपा दोनों को 43-43 फीसदी वोट मिल रहे हैं। जबकि यूपीए के खाते में महज 13 फीसदी वोट आ रहे हैं। सर्वे के यह नतीजे दर्शा रहे हैं कि सपा और बसपा को वोटर एकजुट होता दिखाई दे रहा है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 42.30 फीसदी वोट मिले थे।

वहीं सपा और बसपा को वोट प्रतिशत क्रमशः 22.20 फीसदी और 19.60 फीसदी था। जबकि कांग्रेस को 7.50 फीसदी वोट मिले थे। महाराष्ट्र में एनडीए को 35 सीटें मिल सकती है। यदि वास्तविक परिणाम भी यही रहे तो पार्टी के लिए इस दूसरे बड़े राज्य में भी झटका लगता दिखाई दे रहा है। वहीं यूपीए के खाते में 13 सीटें जा सकती हैं।

महाराष्ट्र में तमाम विरोधों और मतभेदों के बाद एक बार फिर शिवसेना-भाजपा मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं एनसीपी और कांग्रेस के बीच गठबंधन भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहा है। साल 2014 में भाजपा ने महाराष्ट्र में 23 और शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस तरह पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले एनडीए को 41 सीटें मिली थी। इस बार एनडीए को यहां 6 सीटों का नुकसान हो सकता है।

दूसरी तरफ झारखंड में भी पार्टी अपना पिछले लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन को दोहराने में असफल होती नजर आ रही है। पार्टी को यहां 14 में से 5 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। पार्टी के इस राज्य में सबसे अधिक नुकसान का अनुमान व्यक्त किया गया है। पार्टी ने साल 2014 में यहां कुल 14 में 12 सीटों पर कब्जा किया था। जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के खाते में महज दो सीटें आई थीं। इस बार यूपीए को यहां 9 सीटें मिलने का अनुमान है।