Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर देश में दशा दिशा कुछ भी चल रही हो लेकिन बिहार में लालू की पार्टी को सियासी समीकरणों से जूझने से पहले पारिवारिक झगड़े से निपटना पड़ रहा है। सीट बंटवारों को लेकर आरजेडी में परिवार ही दो खेमे में बट गया है। तेज प्रताप यादव ने लालू-राबड़ी मोर्चा बनाने के बाद एक बार फिर पार्टी को लेकर तंज कसा है।तेजप्रताप ने तंज कसते हुए कहा कि जब पार्टी को कुछ लोग बिगाड़ रहे हैं। जैसे दांत में बैक्टीरिया होने पर इंजेक्शन देकर उन्हें निकाला जाता है वैसे ही मैं पार्टी में इंजेक्शन देकर ये बैक्टीरिया हटाऊंगा। तेजस्वी यादव  के आस-पास बैक्टीरिया हैं जिन्हें मैं इंजेक्शन देकर हटाउंगा उन्होंने कहा कि  जिसने पार्टी को बनाया उसी की तौहीनी की जा रही है। इस वजह से ही मैंने नया मोर्चा बनाया।

इससे पहले तेजप्रताप ने “लालू—राबड़ी मोर्चा” के गठन का ऐलान करते हुए सोमवार को कहा था कि, ‘‘सारण मेरे पिता लालू जी और मां राबड़ी जी की सीट है। मैं अपनी मां से हाथ जोड़कर आग्रह करता हूं कि वह खुद वहां से चुनावी मैदान में उतरें। अगर ऐसा नहीं होता है तो मैं एक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडूंगा और इसे जीतने की पूरी कोशिश करूंगा।’’ बिहार के वैशाली जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री तेजप्रताप ने अपने नए संगठन “लालू—राबड़ी मोर्चा” के बारे में बताया कि “यह राजद से अलग नहीं है” और उन्होंने अपने माता-पिता की तस्वीरों के अलावा छोटे भाई तेजस्वी यादव की ओर इशारा किया।

सारण जिला अंतर्गत पड़ने वाली परसा विधानसभा सीट से राजद विधायक चंद्रिका राय को उनकी पार्टी ने सारण लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार के रूप में घोषित किया था। उनकी बेटी ऐश्वर्या की पिछले साल मई में तेजप्रताप के साथ शादी हुई थी। हालांकि बाद में शादी के छह महीने से कम समय के भीतर तलाक की याचिका दायर की गयी थी ।राय ने उनकी उम्मीदवारी की उनके दामाद द्वारा विरोध किए जाने को नकारते हुए कहा था ‘‘वह पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक हैं। वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो राजद के हितों के लिए हानिकारक हो ’’।


सारण लोकसभा सीट का कई बार प्रतिनिधित्व कर चुके राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने आखिरी बार वर्ष 2009 में यहां से जीत दर्ज की थी। चारा घोटाला मामले में दोषी ठहराए जाने पर उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। 2014 में लालू की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को सारण सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया था लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी से हार गईं थीं। तेजप्रताप अपने दो करीबी सहयोगियों -जहानाबाद से चंद्र प्रकाश और शिवहर लोकसभा सीट से अंगेश को राजद द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने के लिए दबाव बना रहे थे। उन्होंने घोषणा की कि दोनों संबंधित सीटों पर अपने मोर्चे के तहत चुनावी मैदान में उतरेंगे।