राफेल डील को लेकर लिखी गई किताब की रिलीज पर चुनाव आयोग ने रोक लगा दी है। मंगलवार को चुनाव आयोग ने पुलिस बल के साथ जाकर तेयनामपेट में किताब की प्रतियों को जब्त कर लिया। किताब का शीर्षक नट्टई उलुक्कम राफेल (‘राफेल: लॉन्ड्रिंग ऑफ द नेशन’) है, इसे एस विजयन ने लिखा है। मंगलवार की शाम को इस किताब का विमोचन वरिष्ठ पत्रकार और ‘द हिंदू’ के चेयरमैन एन राम करने वाले थे। भारती पब्लिशिंग हाउस ने इस किताब को प्रकाशित किया है।
चुनाव आयोग के द्वारा इस किताब को जब्त कर लिया गया।जी गणेश के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ इलांगो स्ट्रीट स्थिति प्रकाशन पर छापा मारा। किताब के प्रकाशक नागराजन से गणेश ने कहा कि चुनाव आचार संहिता किताब का विमोचन नहीं किया जा सकता और ना ही किताब को फिलहाल बेचने की इजाजत दी जा सकती है।
इस संबंध में उन्होंने एक पत्र भी लिखा जिसमें किताब के विमोचन और बिक्री पर भी रोक लगाने की बात कही गई है। इसके अलावा वहां मौजूद सारी किताबों को जब्त कर दिया गया। तमिलनाडु के मुख्य चुनाव अधिकारी सत्यव्रत साहू बातचीत के दौरान द हिंदू से कहा कि उनके या चुनाव आयोग के कहने पर किताब को जब्त नहीं किया गया है। मैंने इस मामले में चेन्नई के डीईओ को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
वहीं चुनाव आयोग के अधिकारियों ने फोन पर मिली सूचना के आधार पर प्रकाशन वाली जगह से 142 किताबें जब्त की।
Pa.Ku. Rajan,Editor,Bharathi Publications, Chennai on a book on Rafale deal: Book is based on info available in the public domain. We’ve published many books on elections. Don’t know why suddenly it has become objectionable to EC &govt? We can’t even sell the book at our bookshop pic.twitter.com/T0OkDe1H5b
— ANI (@ANI) April 2, 2019
प्रकाशन के संपादक पीके राजन ने इसे पूरी तरह से गलत बताते हुए कहा कि किताब की रिलीज आचार संहिता का उल्लंघन नहीं करती है। उन्होंने कहा कि हम अदालत जाएंगे और किताब रिलीज करवा कर रहेंगे।