मध्यप्रदेश की इंदौर-तीन विधानसभा सीट से कैलाश विजयवर्गीय के दामाद ललित पोरवाल ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। बता दें कैलाश की पत्नी के साथ ललित कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे और अपना नामांकन वापस लिया। जानकारी के मुताबिक काफी मनाने के बाद ही ललित ने ये फैसला लिया है। दरअसल कैलाश के बेटे आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर तीन विधानसभा से नामांकन भरा है और उनका सामना कैलाश के दामाद ललित से था जो निर्दलीय मैदान में उतरे थे। बता दें कि ललित से कैलाश की भतीजी सपना की शादी हुई है। कैलाश विजयवर्गीय ने ही सपना का कन्यादान किया था।
क्यों हुई थी घर से ही बगावत ?
गौरतलब है कि 35 साल से बीजेपी से जुड़े ललित पोरवाल चार बार पार्षद और इंदौर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। वो इंदौर-3 से अरसे से टिकट मांग रहे थे। इस बार उषा ठाकुर का विरोध होने के कारण उन्हें टिकट मिलने की उम्मीद थी। लेकिन विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश को टिकट दिला दिया। इससे नाराज होकर ललित पोरवाल निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद पड़े थे।
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा। जबकि 11 दिसंबर को नतीजे सबके सामने होंगे। गौरतलब है कि 2013 के चुनाव में भाजपा को 165 सीटें जबकि कांग्रेस को 58 सीटें मिली थीं।