Lok Sabha Election 2019: वाराणसी लोकसभा सीट पर पीएम मोदी को टक्कर देने के लिए विरोधी पार्टियां लगातार नए-नए तरीके अपना रही हैं। इसी कड़ी में सपा-बसपा गठबंधन ने इस सीट पर अपना प्रत्याशी बदल दिया है। उन्होंने बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव को टिकट दिया है। सपा-बसपा गठबंधन ने पहले इस सीट पर शालिनी यादव को उतारा था। वह कांग्रेस नेता व राज्य सभा के पूर्व सदस्य श्याम लाल यादव की पुत्रवधू हैं। वहीं, 2017 में वाराणसी में मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, कांग्रेस ने 2014 की ही तरह अजय राय पर दोबारा दांव खेला है।

कौन हैं तेज बहादुर : सपा-बसपा गठबंधन द्वारा प्रत्याशी बदलते ही चर्चा हो रही है कि आखिर यह तेज बहादुर यादव कौन हैं, जिन्हें पीएम मोदी के खिलाफ उतारा गया है। दरअसल, तेज बहादुर बीएसएफ के पूर्व सैनिक हैं, जिन्हें कुछ समय पहले बर्खास्त कर दिया गया था।

इस वजह से बर्खास्त किए गए थे तेज बहादुर : जानकारी के मुताबिक, तेज बहादुर यादव बीएसएफ की 29वीं बटालियन में तैनात थे। 2017 के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर 4 वीडियो पोस्ट किए थे। इनमें उन्होंने सेना में भ्रष्टाचार और खाने की खराब क्वॉलिटी का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था, ‘‘हमें नाश्ते में सिर्फ चाय और परांठा मिलता है। किसी भी तरह की सब्जी या अचार नहीं दिया जाता। हम 11 घंटे तक लगातार ड्यूटी करते हैं और हमें अक्सर खड़े रहना पड़ता है। लंच में हमें रोटी के साथ दाल मिलती है, जिसमें सिर्फ हल्दी और नमक होता है। यह हमें मिलने वाले खाने की क्वॉलिटी है। एक जवान इस तरह कैसे ड्यूटी करेगा?’’ इन वीडियो में तेज बहादुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की थी कि वे इस मामले की जांच कराएं, क्योंकि कोई भी उनकी हालत नहीं बता रहा था।

पीएम मोदी को दे चुके चेतावनी : बता दें कि तेज बहादुर मूलरूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। उन्होंने पिछले महीने वाराणसी से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया था। उस दौरान तेज प्रताप ने कहा था, ‘‘मैं असली चौकीदार हूं, जिसने 21 साल तक देश की सीमाओं की रक्षा की और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई। पीएम मोदी पर चौकीदार शब्द शोभा नहीं देता।’’

इस तरह सपा में हुई एंट्री : मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेज बहादुर यादव ने मंगलवार (23 अप्रैल) को अपने नामांकन में सपा प्रत्याशी होने का दावा किया और सेना में यादव रेजिमेंट की घोषणा के लिए पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को धन्यवाद भी दिया।