कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार (13 मई) को मतगणना जारी है। रुझानों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिल रहा है। कांग्रेस की इस जीत के पीछे उसके दो दक्षिण भारतीय राजनेताओं की भूमिका अहम मानी जा रही है। एक हैं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और दूसरे कांग्रेस के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार।

मल्लिकार्जुन खड़गे का कांग्रेस अध्यक्ष बनना पार्टी को कर्नाटक में संजीवनी दे गया

मल्लिकार्जुन खड़गे साल 2022 में ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे। खड़गे का कांग्रेस अध्यक्ष बनना पार्टी को कर्नाटक में संजीवनी दे गया। उनसे कांग्रेस को कर्नाटक की अनुसूतिक बहुल सीटों पर सीधा फायदा हुआ। मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक से 9 बार विधायक रह चुके हैं और यहां की राजनीति में उनका खास प्रभाव रहा है।

कर्नाटक से 9 बार विधायक रह चुके हैं खड़गे

कर्नाटक की लगभग 23 प्रतिशत आबादी दलित है। राज्य की 35% सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। माना जा रहा है कि इन सीटों पर कांग्रेस का प्रभाव मल्लिकार्जुन खड़गे की वजह से ही बढ़ा। कर्नाटक से 9 बार विधायक रह चुके खड़गे का इस इलाके में अच्छा प्रभाव था। हालांकि, उन्हें यहां मुख्यमंत्री बनने का मौका नहीं मिला पर राष्ट्रीय राजनीति में आने के बाद वह कर्नाटक कांग्रेस के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक बन गए। उन्‍हें आगे करने से कांग्रेस को पिछड़ी जातियों का समर्थन पाने में आसानी हुई।

मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए खास तौर पर कर्नाटक विधानसभा चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण थे क्योंकि वह कर्नाटक के ही मूल निवासी हैं। वह खुद को कर्नाटक का ‘भूमि पुत्र’ बताते नहीं थकते। उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला चुनाव है और अपने गृह राज्य में पार्टी को जीत दिलाकर खड़गे ने अपनी पारी का शानदार आगाज किया।

मुख्यमंत्री के नाम पर हाईकमान अंतिम फैसला लेगा- कांग्रेस अध्यक्ष

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बेंगलुरु में मीडिया से बातचीत में कहा, “आने वाले दिनों में भी जहां-जहां राज्यों के चुनाव होंगे वहां हम कर्नाटक की तरह चुनाव जीतने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। यहां के विधायकों की बैठक होगी, मुख्यमंत्री के नाम पर सभी की जो सहमति बनेगी उसे हाईकमान के सामने रखा जाएगा। हाईकमान अंतिम फैसला लेगा।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की जीत जनता की जीत है। जनता ने एक भ्रष्ट सरकार को हराया है। हमें आगे बहुत कुछ करना है। हमें वादे निभाने हैं, हमारी 5 गारंटी हम पूरी करेंगे।

कर्नाटक में नफ़रत का बाजार बंद हुआ- राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव परिणाम पर कहा, “कर्नाटक में नफ़रत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकान खुली है। कर्नाटक की जनता से हमने 5 वादे किए थे, हम इन वादों को पहले दिन पहली कैबिनेट में पूरा करेंगे।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में गरीबों के साथ खड़ी हुई। हमने प्यार से ये लड़ाई लड़ी। कर्नाटक ने दिखाया कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है।