कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आएंगे। 10 मई को मतदान हुआ था। पूर्व मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी.टी. रवि ने सोमवार को चिक्कमगलुरु सीट के लिए उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। वह चिक्कमगलुरु सीट से छठी बार MLA का चुनाव लड़ रहे हैं।
सी.टी. रवि का शुरुआती जीवन
सी.टी रवि का पूरा नाम चिक्कमगरवल्ली थिम्मे गौड़ा रवि है। उनका जन्म 18 जुलाई 1967 को हुआ था। फिलहाल वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं। वह कर्नाटक की चिक्कमगलुरु विधानसभा सीट से चार बार के विधायक रह चुके हैं और अपने बयानों को लेकर कई बार सुर्खियों में रहे हैं। अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत में वह भाजपा कर्नाटक युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। सी.टी रवि ने 1999 में चिक्कमगलुरु सीट से अपना पहला चुनाव लड़ा था लेकिन वह कांग्रेस प्रत्याशी के सामने सिर्फ 932 वोट से हार गए थे। अगले चुनाव (2004) में सी.टी रवि ने कांग्रेस के उम्मीदवार को 25 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी थी। उन्हें 2012 में उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया था।
पार्टी और संघ के लिए कट्टर वफादारी
55 वर्षीय सी.टी रवि को भाजपा और संघ परिवार के लिए कट्टर वफादार माना जाता है। पार्टी से अटूट जुड़ाव और पकड़ का अंदाज़ा उनके बयानों से लगाया जा सकता है। उन्होने अपने एक ताजा बयान में कहा था कि येदियुरप्पा और उनके बेटे बी वाई विजयेंद्र पार्टी में ज़्यादा प्रभावशाली नहीं रह गए हैं। सी.टी रवि वोक्कालिंगा समुदाय से आते हैं। जब उन्होने येदियुरप्पा को लेकर यह बयान दिया तो लिंगायत संगठनों ने उनके खिलाफ विरोध की धमकी भी दी थी। हालांकि भाजपा लीडरशिप ने उन्हें बयानों को लेकर सतर्कता बरतने के लिए कहा था।
हिंदुत्ववादी नेता की छवि
सी.टी रवि को एक हिंदुत्ववादी नेता के तौर पर देखा जाता है। रवि के विवादास्पद बयानों में से एक कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को “सिद्धारमुल्ला खान” कहे जाने वाला बयान था।
सी.टी रवि अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत में अनंत कुमार समूह के साथ जुड़ाव रखते थे जिसका मोदी-पूर्व युग में केंद्रीय भाजपा में बड़ा दबदबा था। रवि को अब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष का करीबी माना जाता है।
सितंबर 2020 में सी.टी रवि येदियुरप्पा के दूसरे कार्यकाल के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए थे। वह उस समय येदियुरप्पा सरकार में एक पर्यटन मंत्री थे, उन्हें राज्य में पार्टी के युवा और तेज तर्रार नेता के तौर भी देखा जाता रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के सामने चुनौती हैं सी.टी रवि
सी. टी रवि को को पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के लिए भी एक चुनौती के तौर पर देखा जाता रहा है। इस बात का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब येदियुरप्पा पर करप्शन के आरोप लगे थे तो सी.टी रवि ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि भाजपा मूल्यों पर आधारित पार्टी है और हम करप्शन को टोलरेट नहीं कर सकते हैं। माना जाता है कि आगामी चुनाव में सी.टी रवि भाजपा के लिए एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं, इसलिए येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र के रास्ते में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक वही हैं। हालांकि रवि की कमजोरी यह है कि उन्हें येदियुरप्पा के मुक़ाबले किसी भी जाति समूह का व्यापक समर्थन प्राप्त नहीं है।