कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अब तक अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट का ऐलान नहीं किया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अभी उम्मीदवारों पर और मंथन किया जाना है। हालांकि इस बीच सोमवार को यह अफवाहें भी फैलीं की राज्य के पूर्व सीएम और संसदीय बोर्ड के मेंबर बीएस येदियुरप्पा बेंगलुरु वापस लौट आए हैं।

ऐसी चर्चा हैं कि बीएस येदियुरप्पा के समय से पहले लौटने की वजह उनकी पसंद के उम्मीदवारों को पहली लिस्ट में शामिल न करना है, जिस वजह से वह खुश नहीं हैं। हालांकि राज्य के सीएम बसवराज बोम्मई और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है कि येदियुरप्पा को अचानक व्यक्तिगत वजहों से वापस आना पड़ा।

बीजेपी नेता राजधानी नई दिल्ली में शनिवार शाम से ही उम्मीदवारों पर मंथन कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि येदियुरप्पा कम से कम 30 टिकट चाहते हैं। वह इन सभी की जीत के दावे भी कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इन्हीं नेताओं में से एक उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र भी हैं।

सूत्रों का कहना है कि अगर येदियुरप्पा नाराज है तो इसका मतलब यह है कि बीजेपी ने उनके बेटे की उम्मदीवारी को रिजेक्ट कर दिया है। अगर ऐसा होता है तो वह कर्नाटक पर 20 सालों से चली आ रही अपनी पकड़ खो सकते हैं। बीजेपी सूत्रों ने कहा, “अगर येदियुरप्पा खुश नहीं हैं और नाराज होकर लौटे हैं तो यह किसी और चीज से ज्यादा उनके बेटे की टिकट की मांग को खारिज करने से जुड़ा होगा।”

हालांकि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ऐसी सभी आशंका का खंडन किया है। उन्होंने सोमवार रात को कहा, “येदियुरप्पा ने प्रत्याशियों के बारे में सलाह दी लेकिन उन्हें अचानक बेंगलुरु जाना पड़ा। इसके बाद हमने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ गहन मंथन किया। लिस्ट तैयार करने का काम अंतिम चरण में है। क्योंकि गृह मंत्री आज दिल्ली में नहीं है, इसलिए हम उनसे, राष्ट्रीय अध्यक्ष और पीएम से विचार-विमर्श करेंगे और उनकी अनुमति से पहली लिस्ट जारी करेंगे।”

राज्य के सीएम बसवराज बोम्मई भी दिल्ली में हैं। उन्होंने कहा कि वह पीएम के साथ सीईसी और संसदीय बोर्ड की बैठकों का हिस्सा थे… उन्होंने कुछ मुद्दों पर अपने पूरे विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उन बातों का ध्यान रखेंगे। सबकुछ येदियुरप्पा की लीडरशिप में किया गया है और उन्हें विश्वास में लेकर किया गया है।

दिल्ली से लौटने के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि वह बातचीत से बहुत खुश हैं। उनके द्वारा दी गई सभी सलाह मान ली गई हैं। उन्होंने कर्नाटक में सीटों के चयन के आधार पर हमें पूर्ण बहुमत मिलने का दावा किया। आपको बता दें कि कर्नाटटक में कांग्रेस 224 में से 166 नाम का ऐलान कर चुकी है। जेडीएस भी 93 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है जबकि बीजेपी की तरफ से कोई नाम नहीं आया है।