कर्नाटक चुनाव (Karnataka Elections) के दौरान बजरंग दल और बजरंगबली का मुद्दा काफी छाया रहा। दरअसल कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया है कि सत्ता में आने पर वह बजरंग दल (Bajrang Bali) पर प्रतिबंध लगाएगी। इसके बाद इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भी उठाया। वहीं विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग से ठीक 1 दिन पहले कर्नाटक में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया है। बीजेपी नेताओं ने भी कई स्थानों पर हनुमान चालीसा का पाठ किया।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने किया हनुमान चालीसा पाठ

इसी क्रम में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka CM Basavraj Bommai) ने हुबली के विजयनगर में कार्यकर्ताओं के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। सीएम ने केमपन्नवार कल्याण मंतप में हनुमान चालीसा का पाठ किया।

वोटिंग से पहले कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने हनुमान मंदिर का दौरा किया है। उन्होंने बेंगलुरु से अंजनेय स्वामी मंदिर में हनुमान जी के दर्शन किए। डीके शिवकुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा, “आज मैंने बैंगलोर के एवेन्यू रोड पर श्री अंजनेय स्वामी मंदिर का दौरा किया और वायुपुत्र के दर्शन किए। प्रभु श्री अंजनेय, जो अपनी सेवा और भक्ति के लिए जाने जाते हैं, वह सभी को आशीर्वाद दें।”

चुनाव आयोग ने हनुमान चालीसा पाठ कार्यक्रम पर रोक लगाई

बता दें कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने देशभर में हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया है। लेकिन कर्नाटक में चुनाव आयोग ने उनके कार्यक्रम पर रोक लगा दी है। कर्नाटक के विजय नगर में स्थित एक मंदिर के बाहर वीएचपी के कार्यकर्ता हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे, लेकिन चुनाव आयोग ने उन्हें रोक दिया।

वीएचपी सदस्य अभिषेक ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि चुनाव आयोग की टीम ने उन्हें हनुमान चालीसा का पाठ करने से रोक दिया। उन्होंने बताया कि राज्य में धारा 144 लागू होने से पांच से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते, इसी वजह से उन्हें रोक दिया गया। कर्नाटक में 10 मई को वोटिंग होनी है जबकि नतीजे 13 मई को आएंगे।