कर्नाटक में सरकार बनाने का मौका मिलने के बाद भाजपा ने सबसे बड़ी पार्टी होने की दलील दी थी। बिहार और गोवा में आरजेडी और कांग्रेस ने सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करते हुए सरकार बनाने का मौका देने की बात कही है। बिहार के पूर्व उपमुख्‍यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्‍वी यादव ने रज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक से मुलाकात कर सरकार बनाने का मौका देने का अनुरोध किया है। तेजस्‍वी ने ट्वीट किया, ‘मैंने तीन पार्टियों के समर्थन के साथ राज्‍यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। हमारी पार्टी सबसे बड़ा दल होने के साथ ही चुनाव पूर्व सबसे बड़ा गठबंधन भी है, ऐसे में हमलोगों को सरकार बनाने का न्‍योता मिलना चाहिए।’ बता दें कि वर्ष 2015 में आरजेडी, जनता दल यूनाइटेड और कांग्रेस ने साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। इसमें राजद को सबसे ज्‍यादा 80 सीटें मिली थीं। दूसरे और तीसरे पायदान पर क्रमश: जदयू और भाजपा रही थी। लेकिन, बाद में जदयू ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं।

गोवा में कांग्रेस पहुंची राजभवन: गोवा में भी बिहार जैसे हालात बन गए हैं। कांग्रेस ने सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का मौका देने की मांग की है। गोवा में वर्ष 2017 में विधानसभा की 40 सीटों के लिए चुनाव हुए थे। इसमें 17 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। भाजपा को 13 सीटें मिली थीं। सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस सरकार नहीं बना सकी थी। कर्नाटक में भाजपा की दलील के बाद गोवा में कांग्रेस के विधायकों ने शुक्रवार (18 मई) को राज्‍यपाल मृदुला सिन्‍हा से मुलाकात कर सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने के लिए निमंत्रित करने का अनुरोध किया है। मालूम हो कि भाजपा ने महाराष्‍ट्र गोमांतक पार्टी के साथ अन्‍य छोटे दलों और निर्दलीय के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। वहीं, मणिपुर में भी ऐसी ही सुगबुगाहट होने लगी है। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने कहा, ‘हमें कल (19 मई) शाम चार बजे तक का इंतजार करना चाहिए, ताकि पता चल सके कि कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित करने का क्‍या परिणाम रहा। मणिपुर के राज्‍यपाल जगदीश मुखी ने मामले पर गौर करने की बात कही है। मैं उम्‍मीद करता हूं कि वह न्‍याय करेंगे।’