कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रचंड जीत के साथ ही पार्टी के सामने सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि राज्य का मुख्यमंत्री किसे बनाएं। कांग्रेस की तरफ से दो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। पहला नाम है कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और दूसरा नाम है कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार। इस बीच डीके शिवकुमार ने कहा कि उनके सिद्धारमैया के साथ कोई मतभेद नहीं हैं।
मैंने कई बार पार्टी के लिए कुर्बानी दी है- डीके शिवकुमार
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि सिद्धारमैया के साथ मेरे मतभेद हैं लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। मैंने कई बार पार्टी के लिए कुर्बानी दी है और सिद्धारमैया जी के साथ खड़ा हुआ हूं। मैंने सिद्धारमैया को सहयोग दिया है।” कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मैंने बलिदान दिया और मदद की और सिद्धारमैया के साथ खड़ा रहा। जब मुझे शुरू में मंत्री नहीं बनाया गया तो क्या मैंने सब्र नहीं किया था? मैंने सिद्धारमैया को सहयोग दिया है।
डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच सीएम पद के लिए मुक़ाबला
कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से 135 पर जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल के नेता के चयन के लिए पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह, दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया। राज्य में नए मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए कांग्रेस ने रविवार (14 मई, 2023) का विधायक दल की बैठक बुलाई है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बताया कि आज शाम 6 बजे बेंगलुरु के होटल शंग्री-ला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, नव निर्वाचित विधायकों की राय ली जाएगी और जरूरत पड़ने पर अपने नेता के लिए वोट करने को भी कहा जा सकता है।
सीएम बसवराज बोम्मई का इस्तीफा
गौरतलब है कि डीके शिवकुमार ने कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र में जेडीएस उम्मीदवार बी नागराजू को 1,22,392 मतों से हराया, जबकि सिद्धारमैया ने वरुणा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के वी सोमन्ना को हराया। इस बीच, भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के चुनावों में पार्टी की हार के बाद कल रात इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार नहीं है।