कर्नाटक चुनाव की वोटिंग जारी है, 224 विधानसभा सीटों के लिए जनता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रही है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच में एक बार फिर काटे की टक्कर है, वहीं जेडीएस किंगमेकर बनने के सपने देख रही है। अब कौन किस पर भारी पड़ने वाला है, इसकी एक हिंट आज शाम मिलने वाली है जब तमाम एजेंसियां अपने-अपने एग्जिट पोल के नतीजों के साथ आएंगी। लेकिन क्या ये एग्जिट पोल हर बार सही साबित होते हैं, पिछली बार कर्नाटक चुनाव को लेकर क्या एग्जिट पोल रहा था?

पिछली बार के एग्जिट पोल ने क्या बताया था?

पिछली बार 2018 में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हुए थे। उस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन बहुमत किसी को भी नहीं मिला था। बाद में ऐसी राजनीति पलटी कि सबसे बड़ी पार्टी बनी बीजेपी सत्ता से दूर रह गई और कांग्रेस ने जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाई। लेकिन वो सरकार भी लंबे समय तक नहीं चली और विधायकों के बगावती तेवर ने फिर बीजेपी को सत्ता में ला दिया। वैसे पिछली बार कर्नाटक चुनाव को लेकर कई एग्जिट पोल किए गए थे, नेशनल से लेकर स्थानीय चैनलों ने अपना अनुमान बताया था।

नेशनल चैनलों की बात करें तो पिछली बार आठ में छह ऐसे रहे जिन्होंने बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी बनते हुए दिखाया था। लेकिन वहां भी सात ऐसे रहे जिन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी को भी पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा और त्रिशंकू विधानसभा की स्थिति बनेगी। इन सभी एग्जिट पोल ने जेडीएस को किंगमेकर बताया था। ABP-C Voter के सर्वे में बीजेपी को 104 से 116 सीटें, कांग्रेस को 83 से 94 और जेडीएस को 20 से 29 सीटें दी गई थीं। इसी तरह NewsX-CNX ने बीजेपी को 102 से 110, कांग्रेस को 72 से 78 और जेडीएस को 35 से 39 सीटें दी थीं। जन की बात ने अपने एग्जिट पोल में बीजेपी को 104 सीटें दिखाई थीं, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37।

वैसे टुडे चाणक्य का इकलौता ऐसा एग्जिट पोल रहा जिसने बीजेपी को पिछले चुनाव में स्पष्ट बहुमत दिखाया था। उसका अनुमान रहा था कि बीजेपी को 120 सीटें मिलेंगी, कांग्रेस को 73 और जेडीएस को 26। वैसे टाइम्स नाउ के VMR का एग्जिट पोल कांग्रेस को बड़ी पार्टी दिखा गया था। उसने कांग्रेस को 97, बीजेपी को 94 और जेडीएस को 28 सीटें दे गया था।

असल में कितनी सीटें मिली थीं?

कर्नाटक चुनाव की बात करें तो 10 मई को वोटिंग हो चुकी है और 13 मई को नतीजे आएंगे। वर्तमान में राज्य में बीजेपी की सरकार है और बसवराज बोम्मई मुख्यमंत्री हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. उस समय बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसके खाते में 104 सीटें गई थीं, कांग्रेस की बात करें तो उसका आंकड़ा 80 पहुंच पाया था और जेडीएस को 37 सीटों के साथ संतुष्ट करना पड़ा था।