लोकसभा चुनाव में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करना आम बात है। सरकार विपक्ष पर बरसती है, विपक्ष सत्ताधारी पार्टी को घेरता है। ऐसे ही आरोपों की बौछार होती रहती है और सियासी माहौल बन जाता है। अब कांग्रेस के कन्हैया कुमार का एक बयान इस समय तेजी से वायरल हो रहा है। अपने पुराने अंदाज में दिखाई दिए कन्हैया ने बीजेपी की विचारधारा को ही सवालों में ला दिया है।
एक बयान में कन्हैया कुमार ने कहा है कि बीजेपी नाम तो जरूर राम का लेती है, लेकिन काम सारे नाथूराम गोडसे के सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ना वाले करती है। बीजेपी देश में बंटवारे वाली रानजीति कर रही है। बस एक ही उदेश्य रह गया है कि किस तरह से गांधी-नेहरू परिवार के योगदान को कम करके दिखाया जाए। अपने बयान में कन्हैया ने यहां तक कहा कि जब तक देश में राम की लहर है, किसी को इससे समस्या नहीं है, दिक्कत तो तब है अगर नाथूराम गोडसे की लहर आ जाए।
कन्हैया के मुताबिक इस समय बीजेपी हिंदू धर्म मानने वालों को ही ठगने का काम कर रही है, उनकी तरफ से सबसे ज्यादा धोखा ही इस वर्ग को दिया जा रहा है। वैसे ये बयान उस समय आया है जब ऐसी अटकलें चल रही हैं कि कन्हैया को कांग्रेस मनोज तिवारी के खिलाफ दिल्ली से चुनावी मैदान में उतार सकती है। इसका कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन चर्चा तेज है। जानकारी के लिए बता दें कि कन्हैया को इस बार बिहार की किसी भी सीट से चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला है।
चुनावी शेड्यूल की बात करें तो इस बार सात चरणों में चुनाव होने जा रहा है, चार जून को नतीजे आएंगे। एक तरफ अगर मोदी सरकार तीसरी बार भी सत्ता में आने की बात कर रही है, 400 से ज्यादा सीटें जीतने का दम भर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन भी उत्साह से भरा हुआ है, उसे लग रहा है कि इस बार की विपक्षी एकजुटता बीजेपी को हरा देगी।