Jatin Anand

दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बन चुकी है। AAP चार और कांग्रेस दिल्ली की तीन लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी। इस बीच बीजेपी ने दिल्ली की सात सीटों के लिए अपना समीकरण बनाना शुरू कर दिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार बीजेपी अब इस बात पर चर्चा कर रही है कि किस सांसद का टिकट काटना है और किसको देना है।

जानिए क्या है बीजेपी का प्लान

पार्टी सूत्रों के मुताबिक जब सीटों की बात आती है तो बीजेपी के पास भी AAP-कांग्रेस की तरह कॉम्बिनेशन होते हैं। पार्टी के एक सूत्र ने कहा, “7-0 से लेकर कई संभावनाएं हैं, यानी सभी मौजूदा सांसदों रिपीट करना। या फिर पांच-दो यानी 5 टिकट रिपीट और दो नए उम्मीदवार। आप-कांग्रेस गठबंधन निश्चित रूप से दिल्ली में उम्मीदवार चयन के लिए पार्टी के दृष्टिकोण को प्रभावित करेगा क्योंकि मुकाबला अब दो के बीच है, 2019 की तरह त्रिकोणीय नहीं है।”

भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की 29 फरवरी को बैठक होगी। सूत्र ने कहा, “अभी तक दिल्ली के लिए प्रभारी की घोषणा नहीं की है जैसा कि उसने अन्य राज्य में किया है। यह पूरी तरह से राष्ट्रीय नेतृत्व के हाथों में है।” बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सात सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी का वोट शेयर भी आप-कांग्रेस के वोट शेयर से अधिक था।

कांग्रेस का बयान

इस बीच दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने कहा, “इंडिया गठबंधन सभी 7 सीटों पर जीत हासिल करेगा क्योंकि बीजेपी सांसदों ने पिछले 10 वर्षों से दिल्ली की उपेक्षा की है। यह तथ्य कि बीजेपी दिल्ली के मौजूदा सांसदों को बदलने के लिए पूरी तरह तैयार है। ये इस बात का सबूत है कि उन्होंने कुछ नहीं किया है।”

AAP के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा, ”लोकसभा चुनाव इंडिया ब्लॉक द्वारा लड़ा जाएगा। गठबंधन से बीजेपी की रणनीति गड़बड़ा जाएगी।” इस बीच दिल्ली बीजेपी प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “बीजेपी को विश्वास है कि हमारे काम, हमारे कार्यकर्ताओं और लोगों के समर्थन के आधार पर सभी 7 लोकसभा सीटों पर हम जीत हासिल करेंगे।”