कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के गुरु होने वाले सवाल पर कहा कि वह किसी के गुरू नहीं है। खुद अपने बेटे के भी नहीं। उनकी यह बेबाक टिप्पणी ‘न्यूज 18 इंडिया’ के कार्यक्रम चौपाल में आई। एंकर किशोर आजवाणी ने उस दौरान उनसे राजनीति से लेकर कई मुद्दों पर सवाल किए, जिसके दिग्विजय ने दिलचस्प जवाब दिए। सबसे पहले पूछा गया- आप इस अभियान (विधानसभा चुनाव) में कहां थे? वह बोले, “मैं गर्दिश में था और अभी भी उसी में हूं।” आगे पीएम नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवाराज सिंह चौहान और कांग्रेस के युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिंया को हराने के सवाल पर कहा, “मैंने किसी को नहीं हराया। वे लोग हार गए। मैं किसी को हराता भी नहीं।”

एंकर ने दिग्विजय के पुराने बयान का हवाला देते हुए कहा- आप बोले थे कि मैं जहां जाता हूं, वहां वोट कट जाते हैं? कांग्रेसी नेता ने स्पष्ट किया, “ये बीजेपी का कुप्रचार था। उन्होंने कहा कि 2003 में हार मेरी नीतियों के कारण हुई। दुर्भाग्य था कि कांग्रेस ने भी इस कुप्रचार को सच समझा। ऐसे में मैंने कहा कि आप लोग (पार्टी में अन्य लोग) 2008, 2013 में चुनाव जिताकर दिखाएं।

इसी पर एंकर ने सवाल दागा- पर राहुल ने क्यों मानी ये बात, आप तो उनके गुरु थे? दिग्गी बोले, “बड़ी गलतफहमी है आपको। मैं किसी का गुरु नहीं, अपने बेटे का भी नहीं। मैं तो साधारण व्यक्ति हूं।” वहीं, अगले म.प्र कांग्रेस अध्यक्ष आप होंगे? जानें क्या था दिग्गी का जवाबः

इंटरव्यू के दौरान म.प्र के नए सीएम कमलनाथ को लेकर उन्होंने कहा- मैं सीएम बना था, तब कमलनाथ ने मेरा खूब साथ दिया। वह अद्भुत व्यक्ति हैं। दोस्ती निभाते हैं। 40 साल का साथ है और आगे भी ये संबंध जारी रहेंगे। मैं बेटे से भी यही कहता हूं कि आगे ये रिश्ते जारी रखना।