कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने सवाल किया है कि आखिर चौकीदार के पास कहां से इतना पैसा आ गया, जो वह कांग्रेसी विधायकों को 50 से 70 करोड़ रुपए का ऑफर दे रहे हैं। शुक्रवार (18 जनवरी, 2019) को कांग्रेसी नेता ने सीएलपी बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, “79 में से 76 विधायक मौजूद रहे। मैं बैठक के दौरान गायब रहने वाले विधायकों को नोटिस भेजूंगा। उनसे इस संबंध में स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा। मैं इसके बाद पार्टी हाई कमान से बात करूंगा।”

बकौल सिद्धारमैया, “पीएम मोदी, अमित शाह और कुछ केंद्रीय मंत्री हमारी सरकार को गिराने की कोशिशों में लगे हैं। वे हमारे विधायकों को तोड़ने के लिए 50 से 70 करोड़ रुपए तक के भारी-भरकंप ऑफर दिए गए। मेरे पास इसके सबूत भी हैं। आखिरकार चौकीदार के पास इतना सारा पैसा आया कहां से?”

बता दें कि सूबे में जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है और बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने के आरोप लगाए गए हैं। विधायक दल की बैठक में चार विधायकों के गायब रहने के बाद पार्टी ने सभी अन्य विधायकों को शुक्रवार शाम एक रिजॉर्ट में भेज दिया।

विधायक दल की बैठक के बाद बेंगलुरू में कर्नाटक कांग्रेस के विधायकों को देर शाम ईगलटन रिजॉर्ट ले जाया गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी ने शक्ति प्रदर्शन के तौर पर विधायकों की यह बैठक बुलाई थी। उस दौरान चार विधायकों के गायब रहना साफ तौर पर इस बात के संकेत दे गया कि कर्नाटक कांग्रेस में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।

सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट्स में आगे कहा गया कि रमेश जरकीहोली, बी.नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमाटहल्ली विधायक दल की बैठक में नहीं गए थे। इससे पहले, कैबिनेट में हुए बदलाव के दौरान जरकीहोली से मंत्री पद ले लिया गया था। सूत्रों के मुताबिक, वह इस बात से खफा चल रहे थे।