गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी गहमागहमी बढ़ी हुई है। गोवा में 14 फरवरी को चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी राजनीतिक दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं। गोवा चुनाव में पहली बार उतर रही ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने सांसद महुआ मोइत्रा के हाथों में कमान दी है जबकि आम आदमी पार्टी ने आतिशी को प्रभारी बनाया है।
ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने कहा है कि गोवा में भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए जो भी आवश्यक होगा, वो कदम उठाएंगे। इस कड़ी में पहले भी ममता बनर्जी खुले मंच से विपक्षी एकता का आह्वान कर चुकी हैं। टीएमसी ने गोवा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और अन्य के साथ भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने की इच्छा जताई है।
विपक्षी दलों के गठबंधन को लेकर टीएमसी की तरफ से दिए गए संकेतों के बीच, कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ”गोवा में कांग्रेस और भाजपा चुनाव लड़ने वाली प्रमुख पार्टियां हैं। अगर AAP, TMC को कुछ वोट मिलते हैं तो वे गैर-भाजपा वोटों को बांटेंगे।” दरअसल, बंगाल चुनाव के बाद कई कांग्रस नेताओं के टीएमसी में शामिल होने के बाद इन दोनों दलों के बीच दूरियां बढ़ी हैं। ममता बनर्जी भी कांग्रेस पर हमलावर रही हैं लेकिन उनका कहना है कि अगर भाजपा को हराने के लिए कोई उनके साथ आना चाहता है तो, कोई दिक्कत नहीं है।
वहीं, दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल टीएमसी-नीत गठबंधन में शामिल होने से इनकार करते हुए सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला कर चुके हैं। उन्होंने पार्टी की तेज-तर्रार नेता और विधायक आतिशी को गोवा का प्रभारी नियुक्त किया है।
दूसरी तरफ, गोवा में चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद भाजपा में सीटों को लेकर घमासान तेज गया है। देश के पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के सीएम रहे दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर पणजी की हॉट पर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। इस सीट से उनके दिवंगत पिता मनोहर पर्रिकर 1995 से 5 बार चुने गए थे।
भाजपा ने पणजी सीट पर अन्य उम्मीदवारों की प्रबल दावेदारी के बीच, उत्पल की इस डिमांड पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। भाजपा के गोवा प्रभारी और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि भाजपा उम्मीदवारों को सिर्फ इसलिए टिकट नहीं देती है क्योंकि वे पार्टी नेताओं के बच्चे हैं।