Gaya Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: फाल्गु नदी के तट पर बसे और विष्णुपद मंदिर के लिए मशहूर बिहार का गया लोकसभा क्षेत्र राज्य का सर्वाधिक दलित आबादी वाली संसदीय सीट है। इस सीट पर कई दशक से कांग्रेस को प्रतिनिधित्व करने का अवसर नहीं मिला। आजादी के बाद साल 1957 के आम चुनाव में यहां से कांग्रेस के ब्रजेश्वर प्रसाद सांसद चुने गए थे और साल 1962 के चुनाव में फिर वे सांसद बने।
2019 में बीजेपी की सहयोगी दल जेडीयू के उम्मीदवार जीते थे
फिलहाल इस संसदीय क्षेत्र से इस समय जेडीयू के विजय कुमार सांसद हैं। इस सीट पर 1989 से लेकर 1996 तक जनता दल का कब्जा रहा। इसके बाद 1998, 1999 में लगातार दो बार बीजेपी जीती। 2004 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को जीत मिली थी। 2009 और 2014 में फिर बीजेपी ने इस सीट पर कब्जा जमा लिया। 2019 में बीजेपी की सहयोगी दल जेडीयू के उम्मीदवार यहां से सांसद बने। कांग्रेस का प्रत्याशी 1980 और 1984 में यहां से सांसद बनकर लोकसभा गये थे।
जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 30 लाख 45 हजार 780 है
गया जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 30 लाख 45 हजार 780 है, इसमें से 15 लाख 81 हजार 383 पुरुष और 14 लाख 64 हजार 343 महिलाएं हैं। गया में मतदान का प्रतिशत ठीक-ठाक रहता है।
चुनावी वर्ष | विजेता उम्मीदवार और पार्टी | प्राप्त वोट | पराजित उम्मीदवार और पार्टी | प्राप्त वोट |
2019 | विजय कुमार (JDU) | 4,67,007 | जीतन राम मांझी (Hindustani Awam Morcha) | 3,14,581 |
2014 | हरि मांझी (BJP) | 3,26,230 | रामजी मांझी (RJD) | 2,10,726 |
2009 | हरि मांझी (BJP) | 2,46,255 | रामजी मांझी (RJD) | 1,83,802 |
2004 | राजेश कुमार मांझी (RJD) | 4,64,829 | बलबीर चंद (BJP) | 3,61,895 |
1999 | रामजी मांझी (RJD) | 3,19,530 | राजेश कुमार मांझी (RJD) | 2,98,747 |
पिछली बार जेडीयू के साथ बीजेपी भी थी। इस बार संयोग से फिर फिर बीजेपी और जेडीयू फिर साथ-साथ हैं। लेकिन पिछली बार बीजेपी और जेडीयू साथ थे और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी विपक्ष में थे। इस बार वे सत्ता पक्ष के साथ हैं। ऐसे में सीटों के बंटवारे में उनके हिस्से में क्या आता है और पार्टी से वे खुद खड़े होंगे और उनका कोई सहयोगी खड़ा होगा। यह देखना होगा।