लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार जारी है। पूर्व राजनयिक तरनजीत सिंह संधू को बीजेपी ने अमृतसर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस दौरान उन्हें शनिवार को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा, जब अजनाला में आगामी आम चुनावों के लिए उनके प्रचार के दौरान किसानों ने उन्हें काले झंडे दिखाए। इसके अलावा एक किसान यूनियन के सदस्यों ने एक दीवार को जबरन रंगवा दिया, जिस पर भाजपा का चुनाव चिन्ह और लोगों से पार्टी को वोट देने के लिए कहने वाला नारा लिखा हुआ था। यह घटना तरनतारन के खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करीमपुरा गांव में हुई है।
तरनजीत संधू को दिखाए गए काले झंडे
अजनला में किसान मजदूर संघर्ष समिति से जुड़े किसानों ने भाजपा के खिलाफ नारे लगाए और गगोमहल और कल्लोमहल गांवों में संधू के रोड शो को काले झंडे दिखाए। उस समय तरनजीत संधू के साथ भाजपा नेता अमरपाल सिंह बोनी और पार्टी कार्यकर्ता भी थे। इसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और कुछ किसान नेताओं को हिरासत में लेना पड़ा।
तरनजीत संधू के रोड शो का विरोध कर रहे एक किसान यूनियन नेता ने कहा, “हम भाजपा नेताओं को गांवों में प्रवेश नहीं करने देंगे।” हालांकि तरनजीत संधू ने कहा कि विरोध करना किसानों का लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने कहा, “मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा जो किसानों के पक्ष में न हो। मैं उनकी आय बढ़ाने की बात कर रहा हूं। मैं ठोस प्रस्ताव भी दे रहा हूं। अमृतसर में गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कार्गो सुविधा अपनी क्षमता के केवल 20 प्रतिशत पर काम कर रही है। यह 100 प्रतिशत पर क्यों नहीं काम कर रही है? किसान यूनियनों को इसका भी विरोध करना चाहिए।”
इस बीच किसान नेता गुरदेव सिंह गगोमहल ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी के लिए ‘दिल्ली चलो’ मार्च के दौरान किसानों की मांगों को स्वीकार नहीं करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार की आलोचना की। उन्होंने चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान एक किसान की मौत का भी मुद्दा उठाया। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। 13 फरवरी को सुरक्षा बलों द्वारा उनके मार्च को रोके जाने के बाद से प्रदर्शनकारी किसान पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डटे हुए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा कर रहा बीजेपी के खिलाफ प्रचार
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की थी कि वह लोगों से लोकसभा चुनावों में भाजपा को दंडित करने का आग्रह करेगा। एसकेएम नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान मजदूर महापंचायत के दौरान यह घोषणा करते हुए कहा था, “हमारा नारा ‘भाजपा हराओ, कॉरपोरेट भजाओ’ होगा।” शनिवार को खेमकरण से शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक विरसा सिंह वल्टोहा ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें पेंटर करीमपुरा गांव में भाजपा के चुनावी विज्ञापन वाली दीवार पर सफेदी कर रहे हैं।
किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता दलबीर सिंह भूरा ने कहा, “हमारे 700 किसान दिल्ली की सीमाओं पर मर गए। हाल ही में हरियाणा सीमा पर भाजपा सरकार ने किसान शुभकरण सिंह की हत्या कर दी। हमें बहुत दुख होता है जब हम किसी भाजपा नेता को देखते हैं। हम अपने गांवों में भाजपा का कोई विज्ञापन नहीं होने देंगे।”
पेंटरों को भाजपा नेता गुरमुख सिंह ब्लेयर ने अपनी पार्टी का विज्ञापन पेंट करने के लिए भेजा था। गुरमुख ब्लेयर ने कहा कि उन्हें पेंटरों को दिए गए काम के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, “जैसे ही मुझे किसान यूनियन नेताओं की आपत्ति के बारे में जानकारी मिली, मैं यहां पहुंचा। मैंने पेंटरों से काम बंद करने और विज्ञापन पर सफेदी करने को कहा है।”
एसकेएम के राजेवाल ने पहले कहा था कि भाजपा के खिलाफ विरोध तेज करने की योजना के तहत 21 मई को जगरांव में एक रैली की जाएगी। भाजपा उम्मीदवारों का विरोध करने और उन्हें हराने के लिए, जनता के बीच वितरित करने के लिए प्रश्नावली तैयार करने और एक पर्चा छपवाने का भी निर्णय लिया गया है।
प्रश्नावली और पर्चा तैयार करने की देखरेख के लिए राजेवाल, प्रेम सिंह भंगू, रवनीत सिंह बराड़, बलदेव सिंह निहालगढ़ और अंग्रेज सिंह की पांच सदस्यीय समिति बनाई गई है। राजेवाल ने कहा, “हम लोगों से भाजपा को दंडित करने के लिए कहेंगे और उनके खिलाफ जीतने वाले उम्मीदवार को वोट देने का आग्रह भी करेंगे। हम किसी एक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे।”