पांच राज्यों के चुनाव को लेकर एग्जिट पोल के सभी अनुमान सामने आ चुके हैं। हर बार की तरह एक बार फिर सभी एग्जिट पोल के अपने अलग अनुमान रहे हैं, कुछ ने तो किसी एक पार्टी को ही प्रचंड जीत दिला दी है। लेकिन अगर मोटा-मोटा समझा जाएतो ट्रेंड तो हर राज्य को लेकर साफ हुआ है। अगर एग्जिट पोल ही एग्जैक्ट पोल साबित होते हैं तो उस स्थिति में राजस्थान में रिवाज बदलेगा, एमपी में शिवराज चलेगा और छत्तीसगढ़ में बघेल की लोकप्रियता पर मुहर लगेगी। तेलंगाना में जरूर कांग्रेस का उभार केसीआर की नींद उड़ा सकता है और मिजोरम में ZPM का शानदार प्रदर्शन करना MNF के सपने तोड़ सकता है।
राजस्थान में गहलोत तुड़वाएंगे रिवाज?
बात अगर सबसे पहले राजस्थान चुनाव की हो तो यहां पर रिवाज टूटता दिखाई दे रहा है। जिस राज्य में हर पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन हो जाता है, वहां पर इस बार एक ही पार्टी की फिर सरकार बनती नजर आ रही है। अगर एग्जिट पोल के अनुमानों को माना जाए तो राजस्थान में कांग्रेस मजबूत स्थिति में है और अगर नतीजे ज्यादा ही अच्छे आए तो सरकार बनाने में फिर कामयाब भी हो सकती है।
एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक चुनाव में बीजेपी को 80 से 100 सीटें मिल सकती हैं, वहीं कांग्रेस के खाते में 86 से 106 सीटें जा सकती हैं। टुडेज चाणक्य की बात करें तो उसमें भी बीजेपी को सिर्फ 89 तो कांग्रेस को 101 सीटें तक दी जा रही हैं। एक्सिस का एग्जिट पोल तो बताता है कि बीजेपी ने जरूर महिला सुरक्षा का मुद्दा राजस्थान में उठाया, लेकिन फिर भी महिला वोटरों ने ही कांग्रेस को ज्यादा पसंद किया है, चार फीसदी के करीब ज्यादा वोट पार्टी को मिले हैं। इसके अलावा बीकानेर, शेखावटी, ढूंढार जैसे क्षेत्रों में कांग्रेस ने बीजेपी के सामने एक मजबूत बढ़त बनाई है। उस बढ़त ने ही कांग्रेस को जीत के करीब लाया है।
गहलोत के लिए चुनाव के क्या मायने?
अब माना जा रहा है कि अगर एग्जिट पोल के अनुमान सही निकल गए ये अशोक गहलोत के लिए सबसे बड़ा सियासी बूस्टर साबित होने वाला है। पार्टी ने कहने को कोई सीएम फेस घोषित नहीं किया, लेकिन उन्हीं के चेहरे पर कई वोटरों ने अपना वोट कांग्रेस को दिया है। इसके ऊपर पार्टी के अंदर जो गहलोत को पिछले कुछ सालों से विरोध झेलना पड़ रहा है, फिर चाहे वो सचिन पायलट के साथ चल रहे मनमुटाव की वजह से ही क्यों ना हो, ये एक जीत उनके सियासी करियर नया पंख दे सकती है।
एमपी में बीजेपी की आंधी कैसे?
मध्य प्रदेश में भी इस बार बड़ा उलटफेर होता दिख रहा है। करीब 18 सालों तक सत्ता में रहने के बाद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार के खिलाफ कोई एंटी इनकमबेंसी नहीं देखने को मिल रही है। दो सबसे विश्वसनीय एग्जिट पोल चाणक्य और एक्सिस के अनुमानों को अगर सही माना जाए तो एमपी में बीजेपी की सिर्फ सरकार नहीं बनने वाली है, बल्कि कहना चाहिए कि प्रचंड बहुमत के साथ फिर जनता का आशीर्वाद मिलने जा रहा है।
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, मध्य प्रदेश में बीजेपी को 140-160 सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं, जबकि कांग्रेस को 68-90 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। टुडेज चाणक्या का एग्जिट पोल भी मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनवा रहा है। इसके पोल के मुताबिक, बीजेपी को 151 (+-12), कांग्रेस को 74 (+-12) को सीटें मिल सकती हैं, जबकि अन्य के खाते में 5 (+-4) सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
अब बीजेपी को मिल रही इस प्रचंड जीत के कई कारण भी माने जा रहे हैं। खुद शिवराज सिंह चौहान एक बहुत बड़ा फैक्टर हैं क्योंकि उन्हीं के चेहरे पर महिला वोटरों ने बढ़ चढ़कर बीजेपी को वोट किया है। जानकार मान रहे हैं कि इस चुनाव में लाडली बहना योजना पूरी तरह गेमचेंजर साबित हुई है और अकाउंट में सीधे मिल रहे पैसों ने पार्टी के पक्ष में तगड़ी हवा बनाने का काम किया है। इसके ऊपर सिंधिया फैक्टर ने इस बार बीजेपी के पक्ष में हवा बनाने का काम किया है। चंबल इलाके में बीजेपी शानदार प्रदर्शन कर सकती है।
शिवराज के लिए नतीजे बनेंगे संजीवनी?
अब अगर एग्जिट पोल सही निकले तो बीजेपी के साथ-साथ शिवराज सिंह चौहान के लिए भी ये प्रचंड जीत एक संजीवनी साबित होने वाली है। असल में इस चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने जमीन पर काफी मेहनत की है, जानकार तो बताते हैं कि एक आम कार्यकर्ता की तरह उन्होंने खुद जगह-जगह रैलियां की हैं, जनता से संपर्क साधा है। बीजेपी के सीएम फेस घोषित ना किए जाने के बावजूद भी उन्होंने लगातार पार्टी के लिए भी वोट मांगे हैं। ऐसे में अगर सत्ता में फिर वापसी होती है तो इस बार ‘मामा’ को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर पाएगा।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बचाएगी किला?
छत्तीसगढ़ के चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस दमदार प्रदर्शन करती दिख रही है। कुछ एग्जिट पोल्स में जरूर काटे की टक्कर बताई गई है, लेकिन फिर भी बीजेपी की तुलना में कांग्रेस को हर किसी ने बेहतर स्थिति में बताया है। ये बेहतर स्थिति भूपेश बघेल की गर्वनेंस और उनकी कई योजनाओं की वजह से मानी जा रही है। एक्सिस माइ इंडिया के मुताबिक इस चुनाव में बीजेपी को 36-46 सीटें और कांग्रेस को 40-50 सीटें मिल सकती हैं। इसी तरह टुडेज चाणक्य की बात करें तो बीजेपी को 33 सीटें और कांग्रेस को 57 सीटें मिलने का अनुमान है।
तेलंगाना में कांग्रेस देगी सरप्राइज?
तेलंगाना चुनाव में भी एग्जिट पोल के अनुमान ने कांग्रेस को गद-गद करने का काम कर दिया है। जिस राज्य में पिछले 10 सालों से बीआएस का राज है, वहां पर कांग्रेस एक दमदार वापसी कर सकती है। न्यूज-24 टुडेज चाणक्या के एग्जिट पोल के अनुसार, तेलंगाना में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाती नजर आ रही है। यहां कांग्रेस को 71, बीआरएस को 33, बीजेपी को 7, अन्य के खाते में 8 सीटें, जबकि AIMIM को एक भी सीट नहीं मिल रही है। इसी तरह रिपब्लिक टीवी- मैट्राइज (Matrize) के एग्जिट पोल के मुताबिक, दक्षिण राज्य तेलंगाना में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 58-68 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं बीआरएस को 46-56, बीजेपी को 4-9, AIMIM को 5-7 से सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि अन्य के खाते में 0-1 सीट जाने की उम्मीद है।
कांग्रेस के लिए क्या काम कर गया?
अब अगर ये असल नतीजे भी निकलते हैं तो केसीआर की नींद उड़ना तय है। जिस राज्य में वे अपनी किसानों को लेकर योजनाओं की वजह से पूरे देश में मशहूर हुए हैं, अगर ऐसी अप्रत्याशित हार मिलती है तो ये बड़ा सियासी झटका साबित होने वाला है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो उसके लिए ए रेवंत रेड्डी का चेहरा काफी तगड़ा साबित हुआ है और माना जा रहा है कि अगर सरकार बनती है तो वे सीएम पद के भी दावेदार रहने वाले हैं।
मिजोरम में तीसरी पार्टी बना सकती सरकार
मिजोरम की बात करें तो वहां पर सबसे बड़ा उलटफेर हो सकता है। जिस राज्य में हमेशा से ही MNF और कांग्रेस के बीच में भी मुकाबला रहा है, वहां पर एक तीसरी पार्टी ZPM ने खुद को इतना मजबूत कर लिया है कि वो सरकार बनाने की स्थिति में भी दिख रही है। एक्सिस ने अपने एग्जिट पोल में 40 में से ZPM को 28 से 35 सीटें दी हैं। वहीं कई बार सत्ता में आ चुकी MNF इस बार 3 से 7 सीटों पर सिमटती दिख रही है। वहीं वापसी की दम लगाने वाली कांग्रेस का आंकड़ा तो शायद दो से चार सीटों पर सिमट सकता है।