देश में लोकसभा चुनाव अपने अंतिम पड़ाव पर आ चुका है। आज शाम को एग्जिट पोल के नतीजे भी आने वाले हैं, लेकिन आप सभी को हर राज्य का एग्जिट पोल समझने की जरूरत नहीं है, अगर सिर्फ पांच राज्यों के आंकड़ों को डीकोड किया गया- पता चल जाएगा देश में किसकी लहर चल रही है- मोदी या इंडिया गठबंधन? इस बार देश के पांच ऐसे राज्य सामने आए हैं जिन्हें हर जानकार स्विंग स्टेट के रूप में देख रहा है। इन राज्यों में इस बार कुछ भी हो सकता है। यह राज्य हैं- उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु

उत्तर प्रदेश EXIT POLL

उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है जहां से 80 सीटें निकल रही हैं। इस राज्य में पिछले दो लोकसभा चुनाव से बीजेपी का एकतरफा राज देखने को मिला है। अगर 2014 के रण में एनडीए ने 80 में से 73 सीटें जीती थीं, 2019 के चुनाव में यह आंकड़ा 64 दर्ज किया गया था। इस बार एनडीए सारी 80 सीटें जीतने पर जोर दे रही है। लेकिन उसके सामने इंडिया गठबंधन की एक पहाड़ जैसी चुनौती खड़ी है। खुद अखिलेश यादव कन्नौज से इस बार चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में वहां की सीट भी फंसी है।

इसी तरह मैनपुरी में डिंपल का चुनाव लड़ना भी बीजेपी की राह को मुश्किल कर रहा है। अभी के लिए जानकार मान रहे हैं कि राज्य की कुल 14 ऐसी सीटें हैं जहां पर एनडीए के लिए जीत दर्ज करना इतना आसान नहीं होगा, इन सीटों पर इंडिया गठबंधन कड़ी टक्कर देता दिख रहा है। यह सीटें हैं- सुल्तानपुर , प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, भदोही, आजमगढ़, जौनपुर, मछली शहर और लालगंज। इन सीटों के अलावा यूपी में घोसी, मिर्जापुर, बलिया में भी इस बार जमीन पर कुछ समीकरण बीजेपी के खिलाफ चले गए हैं।

महाराष्ट्र EXIT POLL

महाराष्ट्र की 48 सीटों पर इस बार मुकाबला काफी कड़ा देखने को मिल रहा है। किसी ने नहीं सोचा था कि एक साल के अंदर में जमीन पर स्थिति इतनी ज्यादा बदल जाएगी। इस समय एनसीपी में दो फाड़ हो चुकी है, शिवसेना भी दो हिस्सों में बंट चुकी है। उद्धव ठाकरे जैसा बड़ा चेहार अब इंडिया गठबंधन के साथ खड़ा है, वही शरद पवार का राइट हैंड माने जाने वाले अजित एनडीए से हाथ मिला चुके हैं। महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है जहां पर जानकारों को लग रहा है कि बीजेपी को थोड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा।

इसका एक बड़ा कारण यह है कि महाराष्ट्र में जो पिछले कुछ महीनों में उपचुनाव हुए हैं, उनमें एनडीए का प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा है, शिंदे अपने दम पर जीत नहीं दिला पाए हैं। दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे अभी भी राज्य में खासा लोकप्रिय चल रहे हैं, शरद पवार भी सहानुभूति की लहर पर सवार होकर वोट मांग रहे हैं। ऐसे में दोनों ही खिलाड़ियों ने एनडीए की राह को कुछ मुश्किल करने का काम कर दिया है।

बंगाल EXIT POLL

पश्चिम बंगाल का रण इस बार काफी दिलचस्प नतीजे दिखा सकता है। इस बार बीजेपी का दावा है कि वो 30 से भी ज्यादा लोकसभा सीटें जीतने वाली है। उसका इस आंकड़े पीछे का दावा यह है कि ममता बनर्जी के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बात चाहे बढ़ती हिंसा की हो, भ्रष्ट्राचार मामले में मंत्रियों का जेल जाना या फिर संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुआ शोषण। बीजेपी मानकर चल रही है कि इस बार टीएमसी के गढ़ में वो कमल खिलाएगी। दूसरी तरफ ममता बनर्जी अभी भी बंगाल की अस्मिता को बड़ा मुद्दा बनाए हुए हैं।

अगर पूरे देश में राष्ट्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी का चेहार ज्यादा मजबूत है, उसी तरह बंगाल में ममता की लोकप्रियता काफी ज्यादा चल रही है। उस लोकप्रियता के दम पर ही बंगाल में फिर टीएमसी अपनी बढ़त बना सकती है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान ममता का करिश्मा कई सीटों पर देखने को मिला था, भारी प्रचार के बावजूद भी बीजेपी का आंकड़ा 100 सीटों तक भी नहीं पहुंच पाया था।

केरल EXIT POLL

दक्षिण भारत की केरल भी 20 सीटें लोकसभा के लिए रखती है। इस राज्य में जो अच्छा करता है, उसे काफी फायदा मिल जाता है। इस बार बीजेपी का दावा है कि केरल में वो पांच से भी ज्यादा सीटें जीत सकती है। जानकार मान रहे हैं कि इस बार केरल में बीजेपी 4 से 5 सीटें जीत सकती है। यहां भी त्रिशूर सीट से पार्टी काफी उम्मीद है। उस उम्मीद कारण यह है कि पिछली बार बीजेपी ने इसी सीट पर 28.2 फीसदी वोट हासिल किया था। इसी तरह तिरुवनंतपुरम में बीजेपी लगातार दो चुनाव से दूसरे स्थान पर चल रही है, कांग्रेस के शशि थरूर जीत जरूर रहे हैं, लेकिन बीजेपी ने भी अपना विस्तार किया है।

मध्य केरल में पथानामथिट्टा सीट भी बीजेपी के लिए आशा की किरण लेकर आई है। इस सीट पर पिछली बार सबरीमाला का मुद्दा हावी था। इस सीट पर कहने को बीजेपी तीसरे नंबर पर रही, लेकिन उसके वोट शेयर बेहतरीन इजाफा देखने को मिला। इसके अलावा अट्टिंगल और कासरगोड सीट भी बीजेपी के लिए मौका बन सकती है। कासरगोड की एक सीट पर विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने जीत भी हासिल की थी।

तमिलनाडु EXIT POLL

तमिलनाडु में भी इस बार मुकाबला देखने लायक रहने वाला है। जब से राज्य की राजनीति में AIDMK की पकड़ कुछ कमजोर हुई है, बीजेपी यहां भी अपने लिए मौका तलाश रही है। इस बार 7 सीटें ऐसी हैं जहां पर बीजेपी पहली बार खाता खोलना चाहती है। अगर ऐसा होता है तो तमिलनाडु के साथ पूरे दक्षिण भारत की पॉलिटिक्स में यह एक बड़े बदलाव की शुरुआत होगी। बीजेपी की उन सीटों पर नजर है जहां पर हिंदू वोटरों की तादात ज्यादा है। इस लिस्ट में रामनाथपुरम,शिवगंगा, मदुरै, थेनी, विरुधुनगर, कन्याकुमारी और थूथुकुडी शामिल है। कुछ सीटों पर तो बीजेपी दूसरे नंबर पर भी रही थी। इस बार पीएम मोदी ने भी तमिलनाडु में काफी प्रचार किया, चुनावी नतीजों से पहले उनकी साधना भी कन्याकुमारी में हुई है। इसके ऊपर अन्नामलाई का ताबड़तोड़ प्रचार भी बीजेपी के पक्ष में जा सकता है।