राजस्थान में 7 दिसंबर को चुनाव होना है। ऐसे में प्रदेश की दोनों बड़ी पार्टियां कांग्रेस-भाजपा जीत की पूरी कोशिश कर रही हैं। एक तरफ जहां ताबड़तोड़ रैलियां की जा रही हैं तो वहीं दूसरी ओर आरोपों-प्रत्यारोपों का सिलसिला जारी है। एक तरफ जहां भाजपा अपनी सफलताएं गिनाने में लगी है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इस सरकार की कमियां और अपने वादे जनता को दिखा रही हैं। ऐसे में कल (शनिवार) पूर्व वित्तमंत्री पी चिंदबरम जयपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की और कहा कि इस सरकार ने दो अंको की वृद्धि दर का वादा किया था। लेकिन उन्होंने चार सालों में से किसी भी वर्ष में दो अंको की वृद्धि दर हासिल नहीं की है। इसके साथ ही बड़ी कंपनियां पहले से ज्यादा दिवालिया हैं।
क्या बोले पी चिंदबरम
मोदी सरकार के बारे में उन्होंने कहा, ‘इस सरकार ने दोहरे अंक के वृद्धि दर का वादा किया था। वो बीते चार वर्षो में कभी इस वृद्धि को प्राप्त नहीं कर सके। वो लोग इसे अंतिम वर्ष भी प्राप्त नहीं कर सकेंगे। हर क्षेत्र में संकट है, चाहे वह बैंकिंग, उद्योग, विनिर्माण या रियल-इस्टेट का क्षेत्र हो।’
नोटबंदी घोटाले पर होगी जांच
पी चिंदबरम ने मोदी सरकार की नोटबंदी को देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया और कहा कि अगर कांग्रेस केन्द्र में सरकार बनाएगी तो पार्टी इसकी जांच करवाएगी। नोटबंदी के बारे में भाजपा सरकार के वादे सभी मोर्चे पर विफल रहे। जबकि इससे कई जिंदगियां चली गई, कई छोटे उद्योग बंद हो गए। एक बार हमारी सरकार आ जाएगी तो हम इसकी पूरी जांच करवाएंगे और जीएसटी के ढांचे में बदलाव लाएंगे।’
2294 प्रत्याशियों की किस्मत का होगा फैसला
गौरतलब है कि 200 सीटों के लिए राजस्थान में कुल 2294 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिसमें से भाजपा ने 200 प्रत्याशी, कांग्रेस ने 195, बसपा ने 190, आम आदमी पार्टी ने 142, भावापा ने 63, रालोपा ने 58 और अरापा ने 61 कैंडिडेट मैदान में उतारे हैं। बता दें प्रदेश में 7 दिसंबर को वोटिंग होगी जबकि 11 दिसंबर को नतीजे सबके सामने होंगे।