राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे, जबकि डिप्टी सीएम की गद्दी सचिन पायलट संभालेंगे। शुक्रवार को यह जानकारी संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में केसी वेणुगोपाल ने दी। वह बोले, “कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अशोक गहलोत जी को सीएम और सचिन पायलट को डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया है।” सोमवार 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। चुनाव परिणाम आने के बाद से ही कांग्रेस में इस बात को लेकर गहमा-गहमी थी कि राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा? आखिरकार पार्टी हाईकमान ने इसका समाधान निकाल लिया। इस बीच, अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने शुक्रवार (14 दिसंबर) देर शाम को राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह से मुलाकात की।
मध्य प्रदेश में भी राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार (14 दिसंबर) को अन्य नेताओं के साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की। राजस्थान और मध्य प्रदेश में 17 दिसंबर को शपथ ग्रहण का आयोजन किया जाएगा। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शिरकत करेंगे। सुबह में अशोक गहलोत और दोपहर बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राजस्थान में 17 दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे। अशोक गहलोत और सचिन पायलट क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह 17 दिसंबर को सुबह 10 बजे से जयपुर में शुरू होगा। उसी दिन मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राहुल गांधी जयपुर में शिरकत करने के बाद सीधे भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री का नाम तय होने के साथ ही राजस्थान में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। प्रदेश के संभावित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने राजभवन जाकर राज्यपाल कल्याण सिंह से मुलाकात की। मालूम हो कि कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री के तौर पर अशोक गहलोत का नाम तय किया है।
कांग्रेस हाईकमान के निर्णय के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंच गए। पार्टी कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं का जोरदार स्वागत किया। कांग्रेस में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर असमंजस की स्थिति थी, जिसे हाईकमान ने दूर कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों के बीच इसको लेकर टकराव चल रहा था।
अशोक गहलोत राजस्थान के नए मुख्यमंत्री होंगे और सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। इसके साथ ही चुनाव परिणाम सामने आने के बाद से ही राज्य में जारी गहमा-गहमी भी समाप्त हो गई है। पार्टी हाईकमान ने भी इसके बाद राहत की सांस ली है।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने दोपहर को पत्रकारों से कहा, "मैं मध्य प्रदेश की जनता का शुक्रगुजार हूं। मुझे उम्मीद है कि हम लोगों की उन उम्मीदों पर खरे उतरेंगे, जो वे हमसे और कांग्रेस से लगाए बैठे हैं। कृषि क्षेत्र और युवाओं के लिए रोजगार पैदा करना हमारी प्राथमिकता है।"
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री कौन होगा? शुक्रवार को सूबे में इस सवाल को लेकर हलचल तेज रही। मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा, "सीएम के ऐलान का फैसला हमने पार्टी हाईकमान पर छोड़ रखा है। वह जो भी निर्णय लेंगे, हम उसी के साथ आगे बढ़ेंगे।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। दोपहर करीब 12 बजे वह इसके लिए राज भवन पहुंचे थे। वहां उनकी मुलाकात राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से हुई। वह मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे। 17 दिसंबर को वह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद पूर्व मुख्मंत्री व सूबे में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "मैं कमलनाथ जी को बधाई देना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है कि उन्होंने और उनकी पार्टी ने जो वादे जनता से किए हैं, उन्हें वे साकार कर सकेंगे और हमारी लागू की गई योजनाओं को जारी रखेंगे।"
कांग्रेस हाईकमान राजस्थान में अपने मुख्यमंत्री का नाम अभी तक तय नहीं कर पाई है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज नए सिरे से अशोक गहलोत और सचिन पायलट से इस संबंध में बात करेंगे। ये दोनों ही सीएम रेस में प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के सीएम का फैसला दोपहर तक हो सकता है। जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इसका ऐलान होगा। गुरुवार आधी रात तक चली कई दौर की बातचीत में कांग्रेस के अनुभवी नेता गहलोत इस पद की दौड़ में आगे नजर आ रहे हैं, जबकि प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष पायलट को मनाने की कोशिशें चल रही हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के नाम को लेकर हो रहे देरी पर अशोक गहलोत ने एएनआई से कहा, "फैसले में देरी नहीं हो रही है। भारतीय जनता पार्टी झूठ फैला रही है। उसने उत्तर प्रदेश में सात दिन और मध्य प्रदेश में नौ दिन मुख्यमंत्री का नाम तय करने में लगाए थे। यह प्रक्रिया समय मांगती है। नेताओं को राज्यों में जाकर बातचीत करनी पड़ती है। ऐसे निर्णय जब भी लिए जाते हैं, उनमें वक्त लगता है।"
छत्तीसगढ़ के सीएम के नाम का ऐलान भी आज ही संभव है। वहां पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और अंबिकापुर सीट से इस बार चुनाव जीते टीएस सिंह देव सीएम पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
कांग्रेस ने तीन राज्यों में से एक मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की कमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को भले ही सौंप दी हो। मगर उसे अभी भी दो राज्यों में सीएम के नाम का ऐलान करना है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कौन मुख्यमंत्री बनेगा? इस सवाल पर अभी तक सस्पेंस बरकरार है। राजस्थान के सीएम की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के अनुभवी नेता अशोक गहलोत व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट हैं।
कांग्रेस नेता कमलनाथ कुछ देर पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलने और मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने राज भवन पहुंचे हैं।
मौजूदा मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ 17 दिसंबर को भोपाल स्थित लाल परेड मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल समेत कई मेहमानों के पहुंचने की संभावना है।
72 वर्षीय कमलनाथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से हैं। पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने एक बार उन्हें अपना तीसरा बेटा कहा था। तब उन्होंने 1979 में मोरारजी देसाई की सरकार से मुकाबले में इंदिरा की मदद की थी। सीएम पद के लिए उन्हें पार्टी नेता व चुनाव के दौरान प्रचार की बागडोर संभालने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिंया ने कड़ी चुनौती दी थी।