Lok Sabha Election/Chunav Results 2019 News Updates: चुनाव आयोग (ईसी) ने शुक्रवार (24 मई, 2019) को मतगणना पूरी होने पर लोकसभा चुनाव के अंतिम नतीजे जारी कर दिए। इनके मुताबिक, 542 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 303 सीटें मिलीं हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में महज 52 सीटें ही आ सकीं।
इससे पहले, बीजेपी के नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले थे। उन्होंने उस दौरान प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मोदी के साथ मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों ने भी इस्तीफा दिया। राष्ट्रपति ने उन सभी का इस्तीफा स्वीकारा, पर साथ ही गुजारिश की कि वे नई सरकार के आने तक अपना-अपना काम संभालते रहे। यानी अगली सरकार के शपथ लेने तक मोदी कार्यवाहक पीएम बने रहेंगे, जबकि मंत्रिमंडल के शामिल नेता कार्यवाहक मंत्रियों की भूमिका निभाएंगे।
Loksabha Election 2019 Results Updates: See constituency wise Winners List
चुनावी नतीजों के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने बधाई के बाद परिणाम पर पहली प्रतिक्रिया दी है। शुक्रवार को बांग्ला, अंग्रेजी और हिंदी में ट्वीट कर उन्होंने एक कविता साझा की, जिसका शीर्षक था- मैं नहीं मानती। पढ़ें, उनकी कविताः
भारत में आम चुनाव में ‘निर्णायक जीत’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित अमेरिका के शीर्ष नेताओं की ओर से बधाई संदेश की झड़ी लगी हुई है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि मोदी के दूसरे कार्यकाल में भारत और अमेरिका के रणनीतिक संबंधों में ‘‘ बहुत सी अच्छी बातें’ होने जा रही हैं। ट्रम्प ने ट्वीटर संदेश में लिखा, ‘प्रधानमंत्री@नरेंद्रमोदी और उनकी भाजपा पार्टी को उनकी भारी जीत पर बधाई हो!’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री के फिर नेतृत्व संभालने के बाद भारत-अमेरिका रणनीतिक भागीदारी में बहुत सी अच्छी बातें जोने जा रही हैं। मुझे खुशी है कि हम मिलकर अपने महत्वपूर्ण काम को आगे जारी रख सकेंगे।’
नई सरकार में राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रकाश जावड़ेकर को नए मंत्रिमंडल में बनाये रखे जाने की संभावना है। जदयू और शिवसेना को भी नये कैबिनेट में स्थान दिया जा सकता है क्योंकि दोनों दलों ने क्रमश: 16 और 18 सीट दर्ज करके शानदार प्रदर्शन किया है । केंद्रीय मंत्रिमंडल में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना से नये चेहरों को स्थान दिया जा सकता है।
बीजेपी के नरेंद्र मोदी ने चुनावी सर्टिफिकेट से जुड़ा एक फोटो शुक्रवार को शेयर किया। ट्वीट में इस फोटो के साथ उन्होंने लिखा, "काशी में पार्टी सहयोगियों ने मुझे वाराणसी संसदीय सीट से जीत का आधिकारिक प्रमाण-पत्र दिया। भारतीय संस्कृति के सबसे पुराने और सबसे भव्य केंद्र का प्रतिनिधित्व कर के खुश महसूस कर रहा हूं।" (फोटोः नरेंद्र मोदी/टि्वटर)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करके पांच साल का लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल करने पर पाकिस्तान की मीडिया ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। मीडिया के एक वर्ग ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर मिला प्रचंड जनादेश करार दिया है जबकि अन्य वर्ग ने इसे दक्षिणपंथियों की जीत के वैश्विक चलन का परिणाम बताया है। ‘डॉन’ ने अपने मुख्यपृष्ठ में लिखा कि मोदी ने आम चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर प्रचंड बहुमत प्राप्त किया।
समाचार पत्र ने कहा, ‘‘सीमा पार बालाकोट में हवाई हमले के रणनीतिकार के रूप में स्वयं को पेश करके मोदी ने विपक्ष को बुरी तरह पछाड़ दिया।’’ ‘डॉन’ ने मोदी की सफलता पर तीखा संपादकीय लिखा और इसे साम्प्रदायिक राजनीति की जीत करार दिया। अखबार ने यह भी लिखा कि भारत ने राष्ट्रवादी भावनाएं भड़काने के लिए पाकिस्तान के अंदर हवाई हमले कराए और वह तनाव भड़काने के लिए काफी आगे चला गया।
वित्त मंत्री अरूण जेटली और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष स्वाथ्य संबंधी समस्याएं हैं । ऐसे में उनके नई सरकार में शामिल होने को लेकर शंकाएं हैं। जेटली राज्य सभा के सदस्य हैं और वह 2014 के चुनाव में अमृतसर सीट पर हार गए थे । सुषमा स्वराज ने पिछला चुनाव मध्य प्रदेश के विदिशा से जीता था। हालांकि, इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। इन दोनों नेताओं ने नयी सरकार में शामिल होने या नहीं होने पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
चुनाव प्रचार के दौरान शाह ने भी इस बारे में पूछे गए सवालों को टाल दिया और कहा कि यह पार्टी और प्रधानमंत्री के अधिकार क्षेत्र का विषय है। ऐसी उम्मीद है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण नयी सरकार में मुख्य भूमिका में रह सकती हैं। वहीं, स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी से पराजित किया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि पार्टी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने लोकसभा चुनाव में करारी हार के कारणों की समीक्षा कर दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति तय करने के लिये 26 मई को पार्टी की प्रदेश इकाईयों के संयोजकों और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक बुलायी है।
आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने शुक्रवार को बताया कि पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन की समीक्षा कर भविष्य की रणनीति भी तय की जाएगी।
बता दें कि इस साल के अंत या अगले साल के शुरु में दिल्ली विधानसभा के संभावित चुनाव के मद्देनजर आप के लिये इस चुनाव को दिल्ली की दौड़ के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा था। आप को फरवरी 2015 में दिल्ली विधानसभा की 70 में से 67 सीट पर ऐतिहासिक बहुमत मिला था।
केंद्रीय मंत्रिमंडल की शुक्रवार शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की गई। सरकारी सूत्रों ने इस आशय की जानकारी दी। कैबिनेट की यह बैठक लोकसभा चुनाव की मतगणना होने के एक दिन बाद हुई । इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को जबर्दस्त जीत हासिल हुई है।
सूत्रों के मुताबिक, इस बारे में कैबिनेट की सिफारिश मिलने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वर्तमान लोकसभा भंग करने की कार्रवाई करेंगे। 16वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है। 17वीं लोकसभा का गठन 3 जून से पहले किया जाना है और नये सदन के गठन की प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में तब शुरू होगी जब तीनों चुनाव आयुक्त राष्ट्रपति से मिलेंगे और नव निर्वाचित सदस्यों की सूची सौपेंगे।
लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी के लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने के बाद सभी निहाहें अब सरकार के गठन पर टिक गई है। ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही है कि सरकार में अमित शाह समेत कई नये चेहरों को स्थान दिया जा सकता है। पार्टी के कई नेताओं का ऐसा विचार है कि शाह, मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे और उन्हें गृह, वित्त, विदेश या रक्षा में से कोई एक मंत्रालय दिया जा सकता है।
आंध्र प्रदेश में लगातार दूसरी बार कांग्रेस अपना खाता खोलने में भी सफल नहीं हो पाई। इससे पहले 2014 में भी कांग्रेस का राज्य से सफाया हो गया था। कांग्रेस 2019 के चुनाव में जनता से इस वादे के साथ वोट मांग रही थी कि अगर वह सत्ता में आती है तो आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देगी लेकिन लोगों ने उन पर विश्वास नहीं करते हुए 2014 के मुकाबले 2019 में कांग्रेस के पक्ष में कम मतदान किया।
कांग्रेस को विधानसभा की सभी 175 सीटों पर हुए चुनाव में 3,68,878 मत मिले हैं। यहां पड़े कुल 3.13 करोड़ वोटों का यह महज 1.17 फीसदी है। 2014 के मुकाबले यह और भी खराब स्थिति है। पार्टी को 2014 में 8,02,072 मत मिले थे जो कि 2.77 फीसदी मत था। बता दें कि राज्य में नोटा का प्रदर्शन (4,01,969) कांग्रेस के मुकाबले अच्छा था। नोटा का इस्तेमाल राज्य में 1.28 फीसदी लोगों ने किया।
पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद और विधायक उनके संपर्क में हैं। शुक्रवार (24 मई, 2019) को 'एएनआई' से उन्होंने कहा- पहले भी कई लोग मेरे संपर्क में थे। आने वाले समय में यह संख्या और भी बढ़ेगी। सरकार गिरने की जब आशंका होती है, तब लोग पीछे हट जाते हैं और साथ छोड़ देते हैं। आखिर कौन डूबते जहाज की कौन सवारी बनाना चाहेगा?
मध्य प्रदेश में भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से हार गए। शुक्रवार को अपनी हार के बाद पत्रकारों से वह बोले, "आज इस देश में महात्मा गांधी के हत्यारे की विचारधारा जीत गई और गांधी की सोच हार गई। मेरे लिए यही असल चिंता का विषय है।"
आम चुनाव में यूपी की रामपुर सीट से हारने पर बीजेपी की जया प्रदा ने कहा है कि विपक्ष की मदद करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जीएगी। उनके मुताबिक, "मैं पार्टी के शीर्ष नेताओं से उन लोगों के बारे में बात करूंगी, जिन्होंने विपक्ष की मदद की। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की जरूरत है।"
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहने वाले शीर्ष भारतीय कारोबारियों ने लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शानदार जीत पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि स्पष्ट जनादेश तथा सरलीकृत कर ढांचा के कारण अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिये प्रोत्साहन मिलेगा। मीडिया में चल रही एक खबर में इसकी जानकारी दी गयी।
मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करते हुए 300 से अधिक लोकसभा सीटों पर कब्जा कर लिया। लुलु समूह के चेयरमैन युसूफ अली ने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने व्यवस्था को हम लोगों के लिये आसान और पारदर्शी बना दिया है। स्पष्ट जनादेश के कारण न सिर्फ अनिवासी भारतीय बल्कि बड़े अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी अब भारत में निवेश को लेकर अधिक आश्वस्त होंगे।’’
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, ओडिशा विधानसभा चुनाव में नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजू जनता दल (बीजेडी) ने 112 सीटें, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 23 सीटें और कांग्रेस ने 9 हासिल कीं, जबकि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) और निर्दलीय उम्मीदवार ने एक-एक सीट जीती।
बिहार में गठबंधन पर कांग्रेस के सदानंद सिंह ने कहा है कि सीट शेयरिंग में देरी की वजह से मैं परेशान हूं और गठबंधन की जो प्रक्रिया रही, वह ठीक नहीं थी। अगर गठबंधन के 'धर्म' को दिल से नहीं लागू किया गया, तब यह सफल नहीं होगा।
मध्य प्रदेश में बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को लगभग तीन लाख 64 हजार 822 वोटों से हराया है। बता दें कि साध्वी हाल ही में अपने विवादित बयानों को लेकर खासा सुर्खियों में रहीं थीं और पीएम ने उनके बयानों पर कहा था कि वह उन्हें दिल से कभी माफ नहीं कर पाएंगे। साध्वी प्रज्ञा इसके अलावा 2008 मालेगांव ब्लास्ट
केस की आरोपी भी हैं।
यूपी के अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र से जीते बीजेपी सांसद सतीश कुमार गौतम ने कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता जिन्ना की तस्वीर को पाकिस्तान भेजना होगा। शुक्रवार को 'एएनआई' से बातचीत में उन्होंने कहा, "मेरी सबसे पहली प्राथमिकता अलीगढ़ मुस्लिम विवि के कमरे में बंद जिन्ना की तस्वीर को पाकिस्तान भेजना होगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी चीफ अमित शाह के साथ आज सुबह पार्टी के दो शीर्ष नेताओं से मिलने पहुंचे। पीएम पहले लाल कृष्ण आणवाणी के आवास गए, जहां उन्होंने पैर छूकर वरिष्ठ नेता से आशीर्वाद लिया, उसके बाद उनके साथ कुछ देर गुफ्तगू हुई। बाद में पीएम व शाह मुरली मनोहर जोशी के यहां गए, जहां गले लगाकर और पटका पहनाकर मोदी का स्वागत किया गया। देखें VIDEO:
एनडीए 25 मई को राष्ट्रपति से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि 29 मई को नई सरकार शपथ ले सकती है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर सहकार्यवाह (संयुक्त महासचिव) मनमोहन वैद्य ने कहा कि 2019 के आम चुनाव भारत में दो भिन्न विचारधाराओं के बीच प्रतिद्वंद्विता का रहा है। संघ नेता ने कहा, ‘‘एक विचारधारा प्राचीन अभिन्न मूल्यों के समग्र और सभी समावेशी विचार प्रक्रिया पर आधारित है, जिसे संसार में हिंदू जीवन पद्धति के रूप में जाना जाता है।" उन्होंने कहा, ‘‘जबकि दूसरी विचारधारा यह है कि जिसका गैर-भारतीय परिप्रेक्ष्य है और वह भारत को खंडित पहचान से देखती है। यह समाज को व्यक्तिगत लाभ के लिए जाति, भाषा, राज्य या धर्म के आधार पर बांटती है।’’ वैद्य ने कहा कि यह चुनाव उस वैचारिक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कि स्वतंत्रता के बाद से ही चल रही है। भाजपा का नाम लिये बिना वैद्य ने इसके ‘‘सशक्त नेतृत्व’’ और इसकी वैचारिक लड़ाई के समर्थन में लगे कार्यकर्ताओं को बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह ने लोकसभा चुनाव में पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को मिले प्रचंड बहुमत के एक दिन बाद शुक्रवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘आडवाणी जी से मुलाकात की। भाजपा की सफलता आज इसलिए संभव हो पाई क्योंकि उनके जैसे महान नेताओं ने पार्टी निर्माण में दशकों बिताए और लोगों को नई विचारधारा दी।’’ उन्होंने इस मुलाकात की एक तस्वीर भी साझा की। मोदी और शाह ने बाद में जोशी से मुलाकात की।
अमेठी संसदीय सीट को कांग्रेस का दुर्ग कहा जाता है और इस सीट पर इससे पहले तक 16 लोकसभा चुनाव और 2 उपचुनाव हुए हैं । इनमें से कांग्रेस ने यहां 16 बार जीत दर्ज की है । 1977 में लोकदल और 1998 में भाजपा को यहां से जीत मिली थी जबकि बसपा और सपा इस सीट से अभी तक अपना खाता भी नहीं खोल सकी है ।
बिहार और उत्तर प्रदेश में इस बार पति-पत्नी की दो जोड़ियों को जनता ने नकार दिया है। इनमें पटना साहिब सीट से कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा और उत्तर प्रदेश के लखनऊ से सपा-बसपा के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहीं उनकी पत्नी पूना सिन्हा शामिल हैं। शत्रुघ्न सिन्हा को भाजपा उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद से शिकस्त मिली। वहीं, पूनम सिन्हा को राजनाथ सिंह से पराजय का सामना करना पड़ा।
दूसरी जोड़ी है, राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव और उनकी पत्नी रंजीता रंजन की। पप्पू यादव पिछली बार मधेपुरा लोकसभा सीट से राजद के टिकट पर चुनाव लड़े थे। इस बार वे इसी सीट से जन अधिकार पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे, लेकिन जदयू प्रत्याशी दिनेश चंद्र यादव के हाथों शिकस्त मिली। वहीं, पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन कांग्रेस के टिकट पर सुपौल से मैदान में थी, लेकिन यहां से वे भी हार गईं।
नरेन्द्र मोदी ने राजग के सत्ता में लौटने पर उन्हें बधाई देने के लिए बृहस्पतिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं भी आपके साथ करीबी द्विपक्षीय संबंधों के लिए काम करने के लिए उत्सुक हूं, जो वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए भी अच्छा है।’’ ट्रंप ने अपने ट्वीट में मोदी और उनकी पार्टी भाजपा को उनकी ‘‘बड़ी’’ चुनावी जीत पर बधाई दी थी। मोदी ने उनकी जीत पर बधाई देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, नेकां के नेता उमर अब्दुल्ला, द्रमुक के नेता एम के स्टालिन और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह का भी धन्यवाद किया।
फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने लोकसभा चुनाव 2019 में जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है। मोदी को भेजे गए संदेश में राष्ट्रपति अब्बास ने ‘‘देश और जनता की सेवा करने में सफलता की कामना की।’’ अब्बास ने फलस्तीन के प्रति भारत के समर्थन और आत्मनिर्णय के मामले पर साथ देने के लिए भी धन्यवाद दिया। मोदी फरवरी 2018 में फलस्तीनी नेशनल अथॉरिटी के रामल्ला स्थित मुख्यालय गए थे।
ऐसा पहले बार हुआ है जब राजद लोकसभा चुनाव में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी। 'मोदी सुनामी' में पार्टी का खाता तक नहीं खुला। हालांकि, जहानाबाद और पाटलिपुत्र सीट पर राजद ने अपने विरोधी को कड़ी टक्कर दी। राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव हैं, लेकिन चारा घोटाले में सजायाफ्ता होने की वजह से उनके बेटे तेजस्वी यादव पार्टी को संभाल रहे हैं। इस बार उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में महागठबंधन किया था, जिसमें जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, कांग्रेस, मुकेश साहनी की वीआईपी, उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा शामिल हुई। एक सीट पर माले के प्रत्याशी को भी समर्थन दिया गया, लेकिन पूरे महागठबंधन में कांग्रेस ने सिर्फ एक सीट 'किशनगंज' जीती और बांकि शून्य पर आउट हो गए।
चुनाव परिणाम अब अंतिम चरण में है। बस कुछ देर में सभी सीटों के फाइनल रिजल्ट आ जाएंगे। इस बीच कांग्रेस की सभी सीटों का फाइनल रिजल्ट आ चुका है। वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस 52 सीटों पर सिमट गई। भाई-बहन (राहुल-प्रियंका) की जोड़ी जनता की नब्ज टटोलने और उन्हें अपने वोट बैंक में तब्दील करने में असफल रही।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर सीट से भाजपा प्रत्याशी संजीव कुमार बलियान चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने महागठबंधन में शामिल पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख चौधरी अजित सिंह को शिकस्त दी है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू का विभाग बदलना चाहते थे क्योंकि वह स्थानीय निकाय विभाग को कुशलतापूर्वक नहीं संभाल पा रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान धर्मग्रंथों की बेअदबी पर सिद्धू की टिप्पणी को लेकर वह कांग्रेस आलाकमान से संपर्क करेंगे। चुनाव से एक दिन पहले सिद्धू ने 2015 में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की जांच पर सवाल उठाए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू के बयान से ‘‘बठिंडा में पार्टी के प्रदर्शन पर असर पड़ा होगा’’ और चुनाव परिणामों के बाद वह पार्टी आलाकमान से संपर्क करेंगे।
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं सिद्धू का विभाग बदलना चाहता था क्योंकि वह अपने विभाग को कुशलतापूर्वक नहीं संभाल पा रहे थे।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के शहरी इलाकों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और सिद्धू शहरी विकास मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने विवादास्पद बयान देकर गलती की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू की पाकिस्तान के सेना प्रमुख से ‘‘यारी और झप्पी’’ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीटों के परिणाम आधिकारिक तौर पर बृहस्पतिवार की देर रात घोषित कर दिये गये और 14 लोकसभा सीटों में से 12 सीटों पर 55.15 प्रतिशत मत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी और उसकी सहयोगी आजसू के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज कर ली है जो वर्ष 2014 के आम चुनावों के बराबर है। मुख्य विपक्षी झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन उर्फ गुरु जी दुमका की अपनी परंपरागत सीट से और उनके महागठबंधन के सहयोगी झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी कोडरमा सीट से और रांची से कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय बुरी तरह पराजित हुए हैं।
राजनांदगांव संतोष पांडेय (भाजपा) भोलाराम साहू (कांग्रेस)
जांजगीर चांपा गुहाराम अजगले (भाजपा) रवि परसराम भारद्वाज (कांग्रेस)
कांकेर मोहन मंडावी (भाजपा) बीरेश ठाकुर (कांग्रेस)
बिलासपुर अरूण साव (भाजपा) अटल श्रीवास्तव (कांग्रेस)
बस्तर दीपक बैज (कांग्रेस) बैदूराम कश्यप (भाजपा)
महासमुंद चुन्नीलाल साहू (भाजपा) धनेंद्र साहू (कांग्रेस)
कोरबा ज्योत्सना महंत (कांग्रेस) ज्योतिनंद (भाजपा)
लोकसभा क्षेत्र विजयी प्रत्याशी पराजित प्रत्याशी
सरगुजा रेणुका सिंह (भाजपा) खेलसाय सिंह (कांग्रेस)
रायगढ़ गोमती साय (भाजपा) लालजीत सिंह राठिया (कांग्रेस)
रायपुर सुनील सोनी (भाजपा) प्रमोद दुबे (कांग्रेस)
दुर्ग विजय बघेल (भाजपा) प्रतिमा चंद्राकर (कांग्रेस)
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 1, केरल कांग्रेस (एम) ने 1, लोजपा ने 6, मिजो नेशनल फ्रंट ने 1, नगा पीपुल्स फ्रंट ने 1, नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 1, राकंपा ने 5, नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी ने 1, रिवाल्युशनरी सोशियालिस्ट पार्टी ने 1, समाजवादी पार्टी ने 5, शिरोमणी अकाली दल ने 2, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने 1, टीआरएस ने 9, तेलुगु देशम ने 3 और अन्य ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, शिवसेना 17 सीटों पर जीत चुकी है और 1 पर बढ़त बनाए हुए है। जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी 21 सीटें जीत चुकी है और 1 पर बढ़त बनाए हुए है।
बहुजन समाज पार्टी 9 पर जीत और 1 पर बढ़त बनाए हुए है। बीजू जनता दल 2 पर जीत और 10 पर बढ़त बनाए हुए है। सीपीआई ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है। सीपीआई एम 2 पर जीत और 1 पर बढ़त बनाए हुए है। डीएमके 22 पर जीत चुकी है और 1 पर बढ़त है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने 3 सीट पर जीत दर्ज की। जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस 2 पर जीत और 1 पर बढ़त बनाए हुए है। जनता दल सेक्युलर ने 1 सीट पर जीत हासिल की है। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यू ने 16 सीटों पर जीत हासिल की है।
इसी तरह आम आदमी पार्टी 1, आजसू 1, एआईएडीएमके 1, ओवैसी की एआईएमआईएम 2 सीट पर जीत हासिल कर चुकी है। तृणमूल कांग्रेस 19 पर जीत हासिल कर चुकी है और 3 पर बढ़त बनाए हुए है। एआईयूडीएफ के खाते में एक सीट गई है।
कांग्रेस पार्टी 50 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है और 2 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
भाजपा 288 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है और 15 पर बढ़त बनाए हुए है। भगवा पार्टी के खाते में कुल 303 सीटें जाती दिख रही है।
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार किरन खेर ने चंडीगढ़ लोकसभा सीट 46,970 वोटों से जीती। उन्हें कांग्रेस के पवन कुमार बंसल के खिलाफ भाजपा ने मैदान में उतारा था।
झारखंड की खूंटी लोकसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार अर्जुन मुंडा 1445 मतों से जीते।