पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों का शिद्दत से इंतजार कर रहे प्रत्याशियों और जनता को इस बार थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। इस बार चुनाव के नतीजे घोषित होने में देरी होने की संभावना है। दरअसल चुनाव आयोग ने कांग्रेस की वो मांग मान ली है जिसमें मतगणना के दौरान हर राउंड के बाद नतीजों की जानकारी लिखित में देने की बात की गई थी। इस प्रक्रिया का पालन मौजूदा सभी विधानसभा चुनावों में किया जाएगा। इनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम शामिल हैं।

…इसलिए लिया यह फैसला

इस संबंध में चुनाव आयोग ने प्रक्रिया पूरी किए जाने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के नेताओं ने इस बार मतदान के बाद ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था पर कई बार सवाल उठाए हैं। खासतौर से मध्य प्रदेश में इस संबंध में ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई थीं। इसी के चलते आयोग ने यह फैसला मान लिया। लिखित में देने की प्रक्रिया के चलते समय ज्यादा लगेगा और नतीजों के समय पर इसका सीधा असर पड़ेगा। बताया जा रहा है कि भाजपा ने भी चुनाव आयोग से ऐसा आदेश देने की मांग की थी।

678 सीटों पर होगी मतगणना

उल्लेखनीय है कि इन पांचों राज्यों की मिलाकर 678 सीटों के नतीजे घोषित होने हैं। राजस्थान में एक सीट पर अभी मतदान होना बाकी है। छत्तीसगढ़ में सबसे पहले दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को मतदान हुआ था। इसके बाद 28 नवंबर को मध्य प्रदेश और मिजोरम, जबकि 7 दिसंबर को राजस्थान और तेलंगाना में मतदान हुआ था। सभी के नतीजे 11 दिसंबर को एक साथ घोषित किए जाने हैं। फिलहाल मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है। वहीं तेलंगाना में टीआरएस और मेघालय में कांग्रेस सत्तासीन है।