मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह खुद को सीएम पद का दावेदार नहीं मान रहे हों लेकिन उनकी अहमियत से कोई इनकार नहीं कर सकता। टिकट वितरण से लेकर दूसरे खेमे से बड़े नेताओं के संपर्क तक, वह कई जगह सक्रिय रहे। इस बीच, दिग्विजय सिंह ने खुद को हिंदू विरोधी कहे जाने को लेकर जवाब दिया है।

उन्होंने कहा है, ”मैं ये नहीं मानता कि आरएसएस हिंदुओं का प्रतिनिधित्व करता है। मैं एक हिंदू हूं, मेरे घर में नौ मंदिर हैं। मैं एकादशी पर उपवास करता हूं। मैं इस देश के कुछ राजनेताओं में से एक हूं जिन्होंने 3,100 किमी की नर्मदा परिक्रमा की है।”
कटाक्ष में कहा था ‘ओसामा जी’
दिग्विजय ने ‘द हिंदू’ से बातचीत के दौरान कहा, ”मैंने आरएसएस और बीजेपी पर कई हमले किए हैं। ऐसे में मुझे टारगेट बना लिया गया लेकिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन कई बार मेरी बातों को गलत तरीके से पेश किया जाता है जैसे ‘ओसामा जी’ मामला। यह एक बयान था जब मैंने अमेरिकी सेना को ओसामा बिन लादेन को खत्म करने पर बधाई दी थी। कटाक्ष के लिए मैंने ‘ओसामा जी’ का इस्तेमाल किया था लेकिन मेरे इस कटाक्ष का मुझ पर ही हमला कर दिया। इसके साथ ही मैं अकेला था जिसने जामा मस्जिद के इमाम की आलोचना की थी जब उसने ओसामा बिन लादेन की प्रशंसा की थी।”

 

‘मैं सिमी-बजरंग दल दोनों पर प्रतिबिंध लगाने वाला सीएम हूं’
वहीं सिमी पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाला पहला मुख्यमंत्री मैं था। लेकिन मैंने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की। वो कहते हैं कि हिंदू खतरे में हैं। पांच शताब्दियों तक हम पर मुस्लिम शासन था। लेकिन वो हमारे सनातन धर्म को नष्ट नहीं कर सके। इसके साथ ही 150 से अधिक वर्षों के लिए हम पर ईसाईयों का शासन था लेकिन तब भी हमारे साथ कुछ नहीं हुआ।