लोकसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बदमाशों पर नजर रखनी शुरू कर दी है। खासकर बाहरी दिल्ली में चुनाव के दौरान कई गिरोहबाजों की सक्रियता बढ़ जाती है। दिल्ली पुलिस नियमित रूप से अपराधियों की धड़पकड़ के लिए और गोलीबारी की किसी भी प्रकार की सूचना मिलने पर तुरंत मौका ए वारदात पर जाकर स्थिति को संभालने के लिए सतर्कता बरत रही है।

चुनाव के दौरान भाड़े पर कराए जाते हैं वारदात

चुनाव के दौरान बदमाशों को पैसे देकर भाड़े पर लेकर वारदातों को अंजाम दिया जाता है। स्पेशल सेल, अपराध शाखा, स्पेशल ब्रांच और अन्य यूनिट भी इस मामले में मुस्तैदी बरत रही है, ताकि लोकसभा चुनाव में किसी भी प्रकार की वारदातों को अंजाम नहीं दिया जा सके।

भूमिगत होकर योजना को अंजाम दे रहे बदमाश

बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिन दस गिरोहबाजों की सूची बना रखी है उसमें अभी तक सिर्फ तीन ही पकड़ में आए हैं, बाकी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। अभी तक अंकित गुलिया उर्फ अंकिता, दीपक बाक्सर और अब मनीष साहू उर्फ नाटा को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल हुई है। दिल्ली पुलिस को कई गैंगस्टर्स और बदमाश लंबे समय से चमका दे रहे हैं। भूमिगत होकर इस प्रकार के बदमाश अपनी योजना को अंजाम दे रहे हैं लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही है।

इनमें विजय सिंह उर्फ पहलवान 2011 में पैरोल लेकर बाहर आने के बाद से फरार है। स्पेशल सेल ने उसके ऊपर मकोका लगाई है। इसी प्रकार समुंदर खत्री उर्फ सुरेंद्र उर्फ सुरेश की कई संगीन वारदातों में तलाश है। हाशिम बाबा गिरोह से जुड़े महफूज अली उर्फ बाबी हाशिम की तलाश की जा रही है। दीपक उर्फ सोनू पर डेढ़ लाख का इनाम है। वह टिल्लू गिरोह का शार्पशूटर है।

उधर, हत्या के मामले में दोषी ठहराया एक शख्स कोविड-19 के दौरान साल 2021 में पैरोल पर जेल से बाहर आया और फरार हो गया। यही नहीं इस दौरान दोषी शख्स ने अपने गांव में शादी कर ली थी और मुंबई में रहने लगा। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने निर्वाचन अधिकारी बन कर 500 से अधिक घरों में दस्तक दी और दोषी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान मूलरूप से मधुबनी, बिहार निवासी मोहम्मद मुस्ताक के तौर पर की गई है। मुस्ताक ने जामिया नगर थाना क्षेत्र में एक शख्स की हत्या कर दी थी। इस मामले में अदालत ने उसे दोषी ठहराया था। छह अप्रैल को सूचना मिली थी कि मुस्ताक मुंबई में छिपा है। पुलिस मुंबई पहुंची और मतदाता कार्ड बनाने के लिए 500 से अधिक घरों में गई। आखिरकार टीम ने दोषी को गिरफ्तार कर लिया।