Lok Sabha Election 2019: सात चरणों में लोकसभा चुनाव-2019 के लिए दिल्ली की सात ससंदीय सीटों पर 12 मई को मतदान होगा। दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने सोमवार को कहा कि जिनके भी नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं हुए हैं और मतदान के योग्य हैं वे 12 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं। दिल्ली में पिछले दो महीने में करीब दो लाख लोग मतदाता सूची में शामिल हुए हैं, जिससे मतदाताओं की संख्या 1.39 करोड़ पर पहुंच गई है। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में मतदाताओं की संख्या में लगभग 12 लाख का इजाफा हुआ है। पुरुष मतदाता 55.17 फीसद, जबकि महिला मतदाता 44.83 फीसद हैं।
उन्होंने कहा कि उनका कार्यालय कई जागरूकता कार्यक्रमों में लगा हुआ है। मतदाता सूची में अब किसी तरह की छंटनी और सुधार का काम नहीं हो सकता है, केवल नए नाम जुड़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव घोषणा होने तक 1337 त्रुटियों को सुधारा गया है और 1335 दोहरे प्रविष्टि की जांच कर हटाया है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि दिल्ली में चुनाव की प्रक्रिया 16 अप्रैल को अधिसूचना जारी होते ही शुरू हो जाएगी। 23 अप्रैल नामांकन का अंतिम दिन है, 24 अप्रैल का इसकी जांच होगी और 26 अप्रैल को नाम वापस लेने की अंतिम तारीख है।
दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों (हरेक संसदीय क्षेत्र में 10 विधानसभा सीट) में 2696 स्थानों पर 13816 मतदान केंद्र (पोलिंग बूथ) बनाए जाएंगे। हर निर्वाचन क्षेत्र में एक मॉडल मतदान केंद्र होगा। चुनाव अधिकारी ने कहा कि सारे बूथों की जांच करवा ली गई है और ज्यादातर में पानी, शौचालय, रैंप, व्हीलचेयर, फर्नीचर और अन्य सुविधाएं हैं। जहां नहीं हैं वहां उसकी व्यवस्था कर लगी जाएगी। मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम मशीनें हैं। 19 हजार कंट्रोल यूनिट, 35 हजार बैलट यूनिट और 20 हजार वीवीपैट हैं। एक मतदान केंद्र पर एक कंट्रोल यूनिट, एक वीवीपैट होते हैं। यदि 16 से ज्यादा प्रत्याशी हैं तो एक और बैलट यूनिट लगाई जाती है। इसके साथ ही रणबीर सिंह ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को 48 घंटे के अंदर सार्वजनिक स्थानों से पार्टी और नेताओं के होर्डिंग और बैनर्स हटाने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
90 हजार मतदाता कतार में
रणबीर सिंह ने कहा कि मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए वोटर हेल्पलाइन मोबाइल ऐप्लीकेशन की सहायता ले सकते हैं। 23 अप्रैल को नामांकन का अंतिम दिन है जिसके बाद मतदाता सूची में कोई नाम नहीं जोड़ा जा सकेगा। आवेदन पत्र (फॉर्म 6) मिलने के बाद पूरी प्रक्रिया में 10-15 दिन लग जाते हैं, इसलिए 12 अप्रैल तक मिले आवेदनों का ही निपटारा हो सकेगा। उन्होंने कहा कि बहरहाल करीब 90,000 मतदाताओं की अर्जियां मतदाता सूची में शामिल होने की प्रक्रिया में हैं।
सोशल मीडिया पर होगी पैनी नजर
सिंह ने सोमवार को कहा कि अधिकारी स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए फर्जी खबरों और नफरत भरे भाषणों पर अंकुश लगाने के लिए सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखेंगे। दिल्ली निर्वाचन कार्यालय की राज्य और जिला स्तर पर मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति में पहली बार सोशल मीडिया विशेषज्ञ को शामिल किया गया है। अधिकारी फर्जी खबरों और नफरत भरे भाषण पर अंकुश लगाने के लिए टीवी, रेडियो, फेसबुक एवं ट्विटर समेत सोशल मीडिया सहित सभी प्रकार के मीडिया की निगरानी करेंगे। टीवी, रेडियो की तरह सोशल मीडिया पर भी राजनीतिक विज्ञापनों को पूर्व मंजूरी लेनी होगी।
दिव्यांगों को मतदान केंद्र तक ले जाएंगे विशेष वाहन
लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान दिल्ली के मतदाताओं को काफी कुछ नया देखने को मिल सकता है। दिल्ली में कुछ मतदान केंद्रों को पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित मतदान केंद्र बनाए जाने की योजना है। इसके जरिए यह दिखाने की कोशिश है कि महिलाएं मतदान केंद्र का कुशल प्रबंधन कर सकती हैं। वहीं केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देशों के मुताबिक पहली बार दिव्यांगों को घरों से मतदान केंद्र तक ले जाने के लिए परिवहन व्यवस्था भी होगी।