निर्वाचन आयोग ने भले ही अभी चुनावी घोषणा नहीं की है लेकिन देश में आगामी लोकसभा चुनाव का आगाज राजनीतिक दलों ने शुरू कर दिया है। चुनाव घोषणा से पहले ही अपने- अपने प्रत्याशियों के नामों के साथ राजनीतिक दल चुनाव मैदान में उतर गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि मार्च के दूसरे या तीसरे सप्ताह में कभी भी आयोग लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा कर देगा।
चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस पार्टी भी पीछे नहीं है। कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर जनता के बीच जाकर हर संसदीय क्षेत्र, जिले और विशेष तौर पर आयु वर्ग के आधार पर अपनी बात पहुंचाने की तैयारी की है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी यात्रा में इन मुद्दों को उठा रहे हैं और आम जनता को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी ने इस जमीनी स्तर की रणनीति के अतिरिक्त पार्टी से अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने की भी योजना बनाई है। इसके लिए पार्टी वीडियो, भारतीय जनता पार्टी की घोषणाएं और जनता से किए गए वादों को आधार बना रही है। इनको सोशल मीडिया में लाकर सरकारी योजनाओं की हकीकत मतदाताओं को बताने की कोशिश की जा रही है।
किन योजनाओं पर काम कर रही है कांग्रेस
पार्टी के मुताबिक, इनमें मुख्य तौर पर महंगाई, अग्निवीर, किसानों को एमएसपी और पचास फीसद तक आरक्षण जैसी योजनाएं शामिल हैं। इन जानकारियों को आम जन तक पहुंचाने के लिए अलग- अलग श्रेणी में सभी विस्तृत जानकारियां पहुंचाने की दिशा में कांग्रेस पार्टी काम कर रही है जो कि संसदीय क्षेत्र, आयु वर्ग और क्षेत्र विशेष के आधार पर होगा।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि आगामी सप्ताह में कांग्रेस पार्टी की इस मुहिम को विधिवत पार्टी के शीर्ष नेता जारी करेंगे। इसके लिए इस क्षेत्र की माहिर कंपनियों की मदद लेने की तैयारी हो रही है। इस पूरी मुहिम का आधार भी करीब – करीब भारत जोड़ों यात्रा के दौरान पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उठाए गए हैं। उन मुद्दों पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र में लेकर आने वाली है।
चुनावी अभियान को तेजी देरी के लिए करीब एक लाख बूथ स्तर के एजेंट जोड़े जाने हैं और इस कार्य के लिए करीब दो सप्ताह समय रखा गया है। इस समय सीमा के भीतर ही कांग्रेस पार्टी प्रचार के लिए बने केंद्रीय कक्ष और राज्य स्तर पर कक्ष (वार रूम) के बीच भी तालमेल स्थापित करने का काम करेगी।
पार्टी ने युवाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए छेड़े गए अभियान की शुरुआत डिजीटल प्लेटफार्म से कर दी है और फेसबुक, एक्स, इस्टाग्राम और वीडियो स्टोरी के माध्यम से उन्हें भाजपा सरकार की विफलताएं और कांग्रेस शासित राज्यों की सफलताओं की कहानी से जोड़ा जा रहा है। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफार्म की अध्यक्ष सुप्रिया श्रीनेत ने बताया कि सोशल मीडिया में पार्टी के प्रचार के लिए पार्टी द्वारा दो स्तीय रणनीति पर काम किया जा रहा है। इसके पहले चरण में बीते दस सालों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने क्या काम किए और उनका क्या असर रहा।