कांग्रेस के स्टार प्रचारक पारस सकलेचा ने अपने एक बयान में भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा को ‘डायन’ बता दिया है। पारस सकलेचा मध्य प्रदेश के रतलाम में कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। इसी जनसभा में सकलेचा ने साध्वी प्रज्ञा पर विवादित टिप्पणी की। दरअसल बीते दिनों साध्वी प्रज्ञा ने अपने एक बयान में कहा था कि पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे की मौत उनके श्राप के कारण हुई। साध्वी ने कहा था कि हेमंत करकरे द्वारा उन्हें जेल में प्रताड़ित किया गया, इसलिए उन्होंने हेमंत करकरे को श्राप दिया और सवा महीने में ही मुंबई हमले के दौरान आतंकियों ने उन्हें मार डाला।

टीवी9 भारतवर्ष की एक रिपोर्ट के अनुसार, साध्वी के इसी बयान पर कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने कहा कि “जिसके श्राप से कोई भला आदमी मर जाए…भला बच्चा मर जाए। अच्छा इंसान मर जाए, उसे भारतीय संस्कृति में क्या बोलेत हैं… डायन। उस डायन के श्राप से हेमंत करकरे मरा..दाऊद इब्राहिम नहीं मरा।” पारस सकलेचा ने कहा कि “मैं उसको (साध्वी प्रज्ञा) बार-बार प्रणाम करके बोलता हूं…कि हे देवी…अगर तू वास्तविक साध्वी है…तपस्वी है, हिंदू धर्म की रक्षक है..तो एक बार श्राप दे दे कि दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर मर जाए…मैं मूर्ति लगवाकर पूरे हिंदुस्तान में पूजा करा दूंगा।”

बता दें कि हेमंत करकरे पर दिए साध्वी प्रज्ञा के बयान पर खूब हंगामा हुआ था। भाजपा ने भी साध्वी के इस बयान से खुद को अलग कर लिया था और हेमंत करकरे को शहीद बताया था। हाल ही में साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान से एक और विवाद खड़ा कर दिया है। साध्वी प्रज्ञा ने बीते गुरुवार को अपने एक बयान में नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। इस पर जहां विपक्षी पार्टियों ने उन पर निशाना साधा है, भाजपा ने भी साध्वी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

पारस सकलेचा की बात करें तो उन्होंने ही मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले का खुलासा किया था। पारस सकलेचा निर्दलीय विधायक रह चुके हैं और बीते साल ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं।पारस सकलेचा साल 2008 से लेकर 2013 तक रतलाम शहर से निर्दलीय विधायक रहे। पारस सकलेचा एक गोल्ड मेडलिस्ट भौतिक विज्ञानी और गणितज्ञ भी हैं। पारस सकलेचा साल 2014 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर भी मंदसौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उन चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।