Vidhan Sabha Election Chunav Result 2018: कांग्रेस पार्टी को पांच राज्यों में हुए चुनाव में से तीन राज्यों में जीत मिली है। वहीं अब कांग्रेस पार्टी की नेता दिव्या स्पंदना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। लगभग पांच साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए ट्वीट पर दिव्या ने निशाना साधा है। उस ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने उस ट्वीट में लिखा था, ‘पांच राज्यों में हुए चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और अब ये साफ है कि किस तरफ हवा बह रही है। ये कांग्रेस मुक्त भारत की शुरुआत है।’ वहीं अब उसी ट्वीट के स्क्रीन शॉट को कांग्रेस पार्टी की आईटी सेल की हेड दिव्या स्पंदना ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस मुक्त भारत की जगह बीजेपी मुक्त भारत की बात कही है।
देखें दिव्या स्पंदना का ट्वीट-
Fixed it for you @narendramodi ji #CongressWinsBIG pic.twitter.com/OFnYHRvq7t
— Ramya/Divya Spandana (@divyaspandana) December 11, 2018
राहुल बोले, किसी विचारधारा को खत्म करने में कांग्रेस का यकीन नहीं-
वहीं तीनों राज्यों में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि ‘2019 में भाजपा को फिर हराएंगे, किसी विचारधारा को खत्म करने में कांग्रेस का यकीन नहीं है।’
इन कारणों से नहीं हो पाई ‘कांग्रेस मुक्त भारत’
बता दें, इस बार के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में करारी हार का सामना करना पड़ा है। इन तीनों ही राज्यों में कांग्रेस की वापसी हुई है। तीन राज्यों में से दो राज्यों छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बीजेपी की 15 सालों से सरकार थी। इस बार के चुनाव में लोग बीजेपी से नाराज थे। बीजेपी की सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा था और सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी भी थी। कांग्रेस ने इस बार राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में किसानों के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया और उनके कर्ज माफ करने को लेकर कई ऐलान भी किए हैं। कांग्रेस ने किसानों को फसलों के सही दाम देने को लेकर भी वादे किए हैं।
इन राज्यों में एससी-एसटी एक्ट में हुए संशोधन से लोग केंद्र सरकार से नाराज थे। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से (एससी-एसटी एक्ट) में किए गए संशोधन को लेकर मध्य प्रदेश के सवर्ण समाज में असंतोष था। इसके साथ ही सवर्ण समाज ने इन चुनावों में बीजेपी उम्मीदवारों का विरोध भी किया था।