मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान होने का दौर जारी है। अभी तक जिन उम्मीदवारों के नाम घोषित हुए हैं, उनमें से भाजपा के उम्मीदवारों की तुलना में कांग्रेस के दोगुने ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन पर थानों में मामले दर्ज हैं। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उम्मीदवारों द्वारा पेश किए गए हलफनामों का विश्लेषण कर मंगलवार को रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि भाजपा ने 177 और कांग्रेस ने 171 उम्मीदवारों के नामों को ऐलान किया है। उनमें से भाजपा के 36 उम्मीदवारों पर मामले दर्ज हैं, वहीं कांग्रेस के 67 उम्मीदवारों पर केस दर्ज हैं।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिशत के लिहाज से देखा जाए तो भाजपा ने 22 प्रतिशत आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस में आपराधिक प्रवृत्ति के उम्मीदवारों का प्रतिशत 41 है। इसी तरह भाजपा ने 71 प्रतिशत और कांग्रेस ने 72 प्रतिशत करोड़ पति को मैदान में उतारा है।
गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश में होने जा रहे विधान सभा चुनाव के मद्देनजर पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों के नाम का के ऐलान कर रही है। भारतीय जनता पार्टी अब तक कुल 177 उम्मीदवारों के नाम सामने ला चुकी है। जबकि बीजेपी की मुख्य प्रतिद्वंदी कांग्रेस 171 उम्मीदवारों के नामों की ऐलान कर चुकी है। 28 नवंबर को राज्य में 230 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग है, जिसके परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे।